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मोबाइल के शौक में लड़के बने हैवान, 20 हजार रुपये में लड़की को बेचा फिर तीन ने किया रेप

स्मार्ट मोबाइल का क्रेज नाबालिग किशोर-किशोरियों में किस कदर हावी हो रहा है, इसका खौफनाक उदाहरण वाराणसी में देखने को मिला है। यहां 20 हजार वाला मोबाइल लेने के लिए एक नाबालिग किशोर ने नाबालिग दोस्तों से रुपए मांगे। नाबालिग दोस्तों ने मजे करने के लिए कोई लड़की लेकर आने की शर्त पर 20 हजार देने का वादा कर दिया। किशोर ने अपने मालिक की नाबालिग बेटी को ही दोस्तों के सामने परोसने की साजिश रच डाली।

किशोरी को सैर-सपाटे के बहाने ले आया और दोस्तों के हवाले कर दिया। किशोरी के साथ सभी ने रेप किया। मामला खुल न जाए इसलिए किशोरी की हत्या की भी साजिश रच डाली। दरिंदगी करने के बाद पुल से उसे गंगा नदी में फेंक दिया। किशोरी की किस्मत अच्छी थी कि नाविकों की नजर पड़ी और किशोरी डूबने से पहले ही बचा ली गई। पुलिस ने दरिंदगी करने वाले चारों नाबालिग किशोरों के साथ ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पांचों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।

गाजीपुर के एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी ने बताया कि सैदपुर क्षेत्र में एक व्यक्ति का मकान बन रहा है। उसके यहां निर्माण कार्य में लगा एक मजदूर बीमार पड़ गया। उसकी जगह काम करने तीन मार्च को उसका नाबालिग बेटा आया। इस दौरान उसने मकान मालकिन की नाबालिग बेटी को फुसला लिया। सैर-सपाटे के लिए वाराणसी चलने को कहा। पांच मार्च को किशोरी को अपने साथ बाइक से लेकर चौबेपुर (वाराणसी) पहुंचा। चौबेपुर में उनके तीन और दोस्त बाइक के साथ मिले।

हाईवे किनारे गेहूं के खेत में ही छात्रा के साथ सभी ने रेप किया। पकड़े जाने के डर से छात्रा की हत्या की साजिश रच डाली और छात्रा को पुल से गंगा में फेंक दिया। इस दौरान मल्लाहों और नाविकों की नजर पड़ गई। किशोरी को बचाकर पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी गई। पुलिस ने किशोरी को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया।

वाराणसी ट्रॉमा सेंटर में होश में आने के बाद छात्रा ने परिजनों का फोन नंबर बताया। इस पर पुलिस ने उसके परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजनों की तहरीर पर गैंगरेप में शामिल पांचों आरोपितों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई। सोमवार को चार नाबालिगों समेत पांच आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त तीन बाइकें बरामद कर लीं। उन्हें माहपुर स्टेशन जाने वाले मार्ग पर माहपुर नहर पटरी तिराहे से की है।

अंतिम समय में बनी हत्या की साजिश

गैंगरेप के मुख्य नाबालिग आरोपी ने बताया कि 20 हजार रुपए के लालच में शर्मनाक काम किया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसे स्मार्ट फोन खरीदना था। इसके लिए उसे 20 हजार रुपए की जरूरत थी। उसके तीन दोस्तों ने किशोरी के एवज में उसे 20 हजार रुपए देने का लालच दिया था।

वह सैर-सपाटे के बहाने छात्रा को अपने दोस्त के साथ लेकर पांच मार्च को चौबेपुर (वाराणसी) पहुंचा। इसके बाद दोनों ने छात्रा को अपने उन तीन दोस्तों के हवाले कर दिया जिन्होंने 20 हजार रुपये देने का आश्वासन दिया था। इसके बाद पांचों ने छात्रा के साथ गैंगरेप किया। फंसने के डर से छात्रा की हत्या की साजिश रच डाली। उसे उठा कर पुल से गंगा में फेंक दिया था।

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