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औरैया में शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत, सांस लेने में हो रही थी दिक्कत और 19 दिन से चल रहा था उपचार

उत्तर प्रदेश के औरैया में एक दलित छात्र को एक टीचर ने इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि टीचर ने क्लास में बच्चों का टेस्ट लिया था। इसमें दलित छात्र निखित ने एक शब्द गलत लिख दिया। इससे नाराज टीचर ने उसे डंडे, लात और घूसों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया। इलाज के दौरान 18वें दिन उसकी मौत हो गई।

इस घटना की जानकारी मिलते ही सोमवार को स्कूल बंद कर दिया गया। आरोपी टीचर फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।

क्लास दसवीं का स्टूडेंट था मृतक

अछल्दा थाना क्षेत्र के कस्बा फफूंद रोड के आदर्श इंटर कालेज में वैशोली गांव निवासी निखित कुमार (15 साल) दसवीं में पढ़ता था। उसके पिता राजू दोहरे ने बताया, ‘7 सितंबर को सामाजिक विज्ञान के टीचर अश्वनी सिंह ने क्लास में टेस्ट लिया था। टेस्ट के लिए मेरे बेटे ने खूब पढ़ाई भी की थी। वह पढ़ने में ठीक था, लेकिन टेस्ट में उसने कोई शब्द गलत लिख दिया। उसी बात को लेकर टीचर अश्वनी सिंह ने मेरे बेटे को बाल पकड़ कर लात घूसों और डंडों से इतना पीटा कि वह स्कूल में ही बेहोश हो गया।’

विरोध हुआ तो टीचर ने कराया था इलाज

छात्र के पिता ने बताया, ‘बेटे के बेहोश होने की जानकारी होने के बाद हम लोग स्कूल पहुंचे तो पहले तो हमें तो धमकाया गया, जब हमने विरोध किया तो प्रिंसिपल के दखल के बाद टीचर अश्वनी ने उसका इलाज इटावा के एक प्राइवेट अस्पताल में कराने की बात कही। वहां करीब 40 हजार का खर्च आया। डाक्टरों ने बताया कि बच्चे को बहुत सारी अंदरूनी चोटें आई थीं। जब इटावा के डॉक्टरों से मामला नहीं संभला तो दो दिन पहले बच्चे को लखनऊ रेफर कर दिया।’

छात्र के पिता ने कहा, ‘यह जानकारी जब हमने अश्वनी सिंह को उसके घर जाकर दी तो वह नाराज हो गया। उसने हमें गालियां दीं। जाति सूचक शब्द कहे। हमें अपने घर से भगा दिया। हम फिर रविवार को थाने गए। वहां FIR दर्ज करवाई। बच्चे को हम घर ले आए थे। पुलिस ने हालात देखते हुए हमारे बच्चे को इलाज के लिए सैफई में एडमिट करा दिया। हालांकि, मामला गंभीर था और समय पर इलाज न मिलने की वजह से सोमवार सुबह मेरे बेटे निखित की मौत हो गई।’

आरोपी टीचर फरार, गांव में पहुंची भीम आर्मी

बच्चे निखित की मौत की खबर मिलते ही टीचर अश्वनी सिंह फरार हो गया है। आदर्श इंटर कॉलेज बंद है। वहीं, दलित बच्चे की मौत की खबर मिलते ही भीम आर्मी के सदस्य गांव पहुंच गए हैं। गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स भी तैनात कर दी गई है।

पिता राजू दोहरे ने बताया कि हम पति-पत्नी अभी इटावा में अपने बेटे का पोस्टमॉर्टम करा रहे हैं। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे को इंसाफ मिले। हम अपने बच्चों को स्कूलों में पढ़ाई के लिए भेजते हैं। लेकिन टीचर उन्हें पीट-पीट कर मार डालते हैं। अछल्दा थाना प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। बच्चे की मौत की सूचना मिली है। आरोपी टीचर फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है। मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मैं अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजूंगा: पीड़ित पिता

राजू दोहरे खेती कर अपने परिवार का खर्च चलाता है। उसके निखित समेत तीन बच्चे थे। जिसमें से अब निखित की मौत हो गई है। इससे राजू अब डर गया है। राजू ने बताया कि वह अपने 12 साल के बेटे राघव और 6 साल के बेटे अभिषेक को स्कूल नहीं भेजेगा।

मैं 5 सितंबर से छुट्टी पर था- प्रधानाचार्य सुशील

प्रधानाचार्य सुशील कुमार तिवारी ने बताया, “वह 5 सितंबर से अवकाश पर थे। सूचना पर वह आज, यानी सोमवार को आए हैं।” कार्यवाहक प्रधानाचार्य सुरेश का कहना है, “मुझे घटना की जानकारी नहीं है। 3 दिन बाद जब अभिभावक शिकायत करने आए तब घटना की जानकारी हुई है।”

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