शिव महापुराण कथा समुंद्र से भी गहरी है समुंद्र में डूबोगे तो मर जाओगे अगर शिव पुराण में डूबोगे तो तैर जाओगे
उमा पब्लिक स्कूल इकोटेक 11 के प्रांगण में चल रही श्री नवनिधि शिवमहापुराण कथा के पंचम दिवस कथा वाचक परम पूज्य पण्डित प्रदीप मिश्रा जी ने कहा की शिव महापुराण कथा समुंद्र से भी गहरी है समुंद्र में डूबोगे तो मर जाओगे अगर शिव पुराण में डूबोगे तो तैर जाओगे शिव महापुराण भी सभी के लिए है जो भक्ति भाव में डूबकर सबसे पीछे कथा का श्रवण करते है उन्हे भी भगवान शिव का आशीर्वाद मिल जाता है शिव विश्वास और भक्ति के भूखे है उन पर से भरोसा छोड़ा तो शिव तुम्हे भी छोड़ देंगे ।
मात्र छण भर अगर शिवपुराण सुनने से भी भक्तो के कष्टों को शिव हर लेते है साथ ही गुरु जी ने क्षेत्रवासियों को सराहना की वर्षा के होते हुए भी भक्तों ने कथा का आनंद लिया गुरु जी ने कहा की कर्म ही श्रेष्ठ है और साथ ही मंदिर में जाकर शिव पर एक लोटा जल अवश्य चढ़ाए आपकी पूजा भक्ति सेवा का पुण्य सम्पूर्ण कुटुम्ब को प्राप्त होता है इसीलिए कभी भक्ति का अहंकार नहीं करना चाहिए अगर आपको कभी दुख की घड़ी आती भी है तब जिस चीज को जरूर होती है तब हमे वह जाना पड़ता है जैसे सोने चांदी के आभूषण , बर्तन या संपत्ति को बेचकर आर्थिक समस्याओं को दूर करते है अगर आप तकलीफ में है भगवान शिव मंदिर जाए और उन्हे एक लोटा जल जिसमे चावल और बेलपत्र के अर्पण करे उनको कुछ नही चाहिए आप केवल अपनी श्रद्धा उन्हे दीजिए आपकी सम्पूर्ण समस्या शिव हर लेंगे साथ ही उन्होंने उमा विद्यालय परिवार , प्रशासन व भक्तगणों को धन्यवाद दिया