सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुरु किया गरीबों को निश्शुल्क राशन वितरण, बोले-2017 से पहले खा जाते थे माफिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले गरीबों का राशन माफिया के हवाले कर दिया जाता था और वह दूसरे देश चला जाता था। गरीब देखता ही रह जाता था। मुख्यमंत्री ने यह बातें रविवार को राजधानी में योजना भवन के निकट राशन की एक दुकान पर निशुल्क राशन वितरण महाभियान का शुभारंभ करते हुए कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार आज एक बड़ी योजना को आगे बढ़ा रही है। इसके तहत प्रदेश में 15 करोड़ लोगों को 80 हजार राशन की दुकानों से मार्च 2022 तक माह में दो बार निशुल्क राशन मिलेगा। विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि 2005-06 का खाद्यान्न घोटाला हो या उस दौरान सैकड़ों लोगों की भूख से हुई मौत, यह किसी से छिपा नहीं है। यह सिलसिला 2015-16 तक चलता रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने ‘सबको सुरक्षा, सबको सम्मान, भूखा न रहे कोई इंसान’ के सिद्घांत पर काम किया और केवल यूपी में 15 करोड़ लोगों को निशुल्क राशन बांटा। मुख्यमंत्री ने वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही सभी नागरिकों को योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्र कहते हैं कि भूखे को रोटी देना पुण्य का कार्य है। इसी ध्येय से खाद्यान्न वितरण का कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सपा, बसपा और कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि पहले प्रदेश के स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति बदहाल थी। विकास कार्यों में पेशेवर माफिया व अपराधियों का हस्तक्षेप रहता था, जिससे सामान्य व्यक्ति परेशान रहता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों में दाल व तेल के दाम बढ़ने प्रारंभ हो गए तो सरकार ने तय किया यदि बाजार में महंगाई होगी तो राज्य सरकार अपनी तरफ से छूट देने का कार्य करेगी। उसी का परिणाम है कि खाद्यान्न के साथ-साथ निशुल्क एक लीटर खाद्य तेल, एक-एक किलो नमक, दाल व कम रेट पर एक किलो चीनी उपलब्ध कराई जा रही है। अब प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना में तो मुफ्त में राशन मिलेगा ही, साथ साथ राज्य सरकार द्वारा कराया जाना वाला नियमित राशन वितरण भी मुफ्त में ही होगा।
सीएम ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि कुछ लोग कोरोना से बचाव के लिए चोरी छिपे घर के अंदर वैक्सीन ले चुके होंगे, लेकिन गरीबों को बहका रहे हैं। उन्हें लगता है कि अगर गरीब भी वैक्सीन ले लेगा तो उन लोगों का वनवास हमेशा का वनवास हो जाएगा। इसलिए बहकाने के लिए दुष्प्रचार कर रहे हैं। सभी वैक्सीन अवश्य लें, यह आपका सुरक्षा कवच है। इस अवसर पर विधायी और न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, महापौर संयुक्ता भाटिया, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी आदि मौजदू रहे।