डीएमआईसी से प्रभावित किसानों और महिलाओं ने जिला कलेक्ट्रेट का घेराव कर ADMLA और ADME को सौंपा ज्ञापन
डीएमआईसी से प्रभावित किसानों और महिलाओं ने आज सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रालियों में पहुंचकर जिला कलेक्ट्रेट का घेराव कर, ADMLA और ADME को ज्ञापन दिया, कल दोपहर 1 बजे किसानों के 51 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की की डीएम से तय हुई वार्ता, पल्ला गांव स्थित व्यायाम शाला पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान।
दिल्ली मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर परियोजना से प्रभावित पल्ला, पाली व चिटहैरा, कटहैरा और बोड़ाकी आदि गांवों के किसानों ने आज किसान अधिकार युवा रोजगार आंदोलन के आह्वान पर नए भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार बाजार दर का 4 गुना मुआवजा, 20% प्लॉट दिए जाने तथा सभी बालिग बच्चों को रोजगार एवं भूमिहीनों को भी रोजगार व पुनर्वास की सभी सुविधाएं दिए जाने के साथ साथ आबादियों को ज्यों का त्यों छोड़े जाने की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर पूरे दिन जोरदार प्रदर्शन कर अपर जिलाधिकारी भूमि अधिग्रहण बलराम सिंह और एडीएम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
तय कार्यक्रम के अनुसार किसानों के 51 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की वार्ता जिलाधिकारी सुहास एलवाई से होनी थी, परंतु डीएम के चुनाव आयोग की मेरठ मीटिंग में चले जाने के कारण वार्ता नहीं हो सकी, अब यह वार्ता कल दिनांक 14 दिसम्बर को दोपहर 1 बजे जिला कलेक्ट्रेट के सभागार में होगी।
किसानों का कहना है कि दिल्ली मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर के लिए चल रही अधिग्रहण प्रक्रिया में किसानों की भूमि को ग्रामीण क्षेत्र की भूमि मानते हुए मुआवजा वह पुनर्वासन तथा पुनरव्यवस्थापन की सभी सुविधाएं दी जानी चाहिएं, यदि उनके गांवों को शहरी क्षेत्र माना जाएगा तो मुआवजा व परिसंपत्तियों की दर आधी ही रह जाएगी जोकि उनके साथ बहुत बड़ा अन्याय होगा। बता दें कि इस सम्बंध में इसी वर्ष के शुरू में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर हुए धरना प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मा. मुख्यमंत्री जी से वार्ता कराए जाने का भरोसा देकर आंदोलन को स्थगित करा दिया था परन्तु वह वार्ता अभी तक नहीं कराई गई थी।किसानों ने मांग की है कि पूर्व में किए गए वायदे के अनुसार उनकी वार्ता माननीय मुख्यमंत्री महोदय श्री योगी आदित्यनाथ जी से करा कर उनके गांवों की भूमि को ग्रामीण क्षेत्र की भूमि घोषित किए जाने तक एडीएमएलए द्वारा डीएमआईसी परियोजना का अवार्ड पास नहीं किया किया जाय तथा साथ ही उनकी आबादियों को ज्यों का त्यों छोड़ा जाय और भूमि हीनों को भी पुनर्वास तथा पुनर्व्यवस्थापन की सभी सुविधाएं दी जाएं। किसानों ने सर्व सम्मति से पल्ला गांव स्थित व्यायामशाला पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है, साथ ही चेतावनी दी है कि यदि यदि उनकी मांगों को अतिशीघ्र पूरा नहीं किया गया तो वह असहयोग आन्दोलन शुरू कर, डीएमआईसी का कोई निर्माण कार्य नहीं होने देंगे।
इस मौके पर पल्ला, पाली तथा चिटहेरा, कठैरा व बोडाकी गांव की किसान संघर्ष समितियां, युवा संघर्ष समिति और जय जवान जय किसान मोर्चा, देहातमोर्चा, किसान एकता संघ, भारतीय किसान सभा तथा भाकियू अम्बावता आदिसंगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।