हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी जावेद मट्टू से दिल्ली पुलिस करेगी पूछताछ, कोर्ट ने दी सात दिन की हिरासत
दिल्ली से गिरफ्तार किए गए हिबजुल मुजाहिदीन के मोस्ट वांटेड आतंकी जावेद मट्टू को शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में वकील राहुल साहनी ने आतंकी मट्टू का प्रतिनिधित्व किया. सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है, एफआईआर नहीं दी जा सकती है. लेकिन रिमांड आवेदन की प्रति देने पर सहमत हैं.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कोर्ट से 7 दिन की हिरासत मांगी. वहीं आतंकी का पक्ष रखते हुए वकील ने कहा कि मेरा क्लाइंट एजेंसी के साथ पूरा सहयोग कर रहा है. दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की मांग को मानते हुए आतंकी जावेद मट्टू को 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया.
10 लाख का इनामी है आतंकी
बता दें कि आतंकी जावेद मट्टू पर 10 लाख का इनाम घोषित था. वह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी घटनाओं में वांछित था. आतंकी की पहचान हिजबुल कमांडर के तौर पर हुई है. मट्टू पाकिस्तान भी जा चुका है और वह सोपोर का रहने वाला है. हाल ही में सोपोर में उसके भाई ने घर में तिरंगा लहराया था जो काफी वायरल हुआ था.
वह A++ ग्रेड का आतंकी है और खूंखार आतंकियों का कमांडर है. इसके पास से एक पिस्टल, मैगजीन और चोरी की गाड़ी बरामद हुई है. जावेद मट्टू ने 5 ग्रेनेड अटैक किए और 5 पुलिस वालों की हत्या में भी शामिल रहा है. इसके कई साथी पाकिस्तान में हैं.
जावेद अहमद मट्टू से जुड़ी खास जानकारियां
जावेद अहमद मट्टू उर्फ इरसाद अहमद मल्ला उर्फ एहसान, उम्र 32 वर्ष, पुत्र अब्दुल गनी निवासी कुशल मट्टू, सोपोर, जिला बारामूला एक कॉलेज ड्रॉपआउट है. वह उत्तरी कश्मीर, विशेषकर सोपोर, जम्मू-कश्मीर के इलाके में सक्रिय हिज्बुल मुजाहिदीन के सात खूंखार आतंकवादियों के गिरोह का सदस्य है. वह A++ श्रेणी का आतंकवादी है और पिछले 13 वर्षों से अपनी पकड़ से बचता आ रहा है. इस ग्रेड का वह J&K से एकमात्र जीवित आतंकवादी है. सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में घायल होने के बाद, वह भूमिगत हो गया और पाक आईएसआई के निर्देश पर नेपाल भाग गया, क्योंकि जम्मू-कश्मीर पुलिस उसका पीछा कर रही थी.