लॉन्चिंग से पहले अडानी विल्मर ने IPO साइज में की कटौती! निवेशकों के लिए है अच्छी खबर
नई दिल्ली। खाद्य तेल कंपनी अदानी विल्मर लिमिटेड (AWL) ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) का आकार 4,500 करोड़ रुपये से घटाकर 3,600 करोड़ रुपये कर दिया है। एक बयान के मुताबिक, फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाद्य तेल बेचने वाली कंपनी अदाणी विल्मर का आईपीओ इसी महीने आने की उम्मीद है।
AWL अहमदाबाद स्थित अदानी समूह और सिंगापुर स्थित विल्मर समूह की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। इसमें दोनों की 50:50 हिस्सेदारी है। आईपीओ में अब 3,600 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का एक नया मुद्दा शामिल होगा और कोई बिक्री प्रस्ताव नहीं होगा। इससे पहले रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक आईपीओ के तहत 4,500 करोड़ रुपये जुटाए जाने थे।
आईपीओ से मिलने वाली रकम में से 1,900 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पूंजीगत खर्च में किया जाएगा। 1,100 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने के लिए और 500 करोड़ रुपये रणनीतिक अधिग्रहण और निवेश के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। जब पुष्टि के लिए संपर्क किया गया, तो कंपनी के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
दूसरी ओर सज्जन जिंदल की अगुवाई वाली जेएसडब्ल्यू समूह की बंदरगाह विकास इकाई ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से बांड के जरिए 40 करोड़ डॉलर जुटाने की घोषणा की। जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा इश्यू से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी और उसकी अनुषंगियों के मौजूदा कर्ज को चुकाने में किया जाएगा। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, बॉन्ड मार्केट में यह कंपनी का पहला इश्यू है।
इसने कहा कि सात साल के बांड को 5.25 प्रतिशत ब्याज के प्रारंभिक अनुमान के साथ जारी किया गया था, लेकिन कंपनी 4.95 प्रतिशत पर अंतिम मूल्य प्राप्त करने में सफल रही। कंपनी के कार्यकारी निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी ललित सिंघवी ने कहा कि बांड वित्त पोषण के स्रोतों को और विविधता और मजबूत करेंगे।