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20 लाख में रचा गया था हत्या का षड्यंत्र, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के आवास की सुरक्षा बढ़ाई

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश करने की प्लानिंग बनाई गई थी। कुल 5.70 लाख रुपये एडवांस लेने के बाद किच्छा का तांत्रिक अजीज उर्फ गुड्डू कैबिनेट मंत्री बहुगुणा की हत्या की साजिश में जुट गया। गुड्डू ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि हरभजन सिंह ने उसे हीरा सिंह से मिलवाया था।

साजिश को अंजाम देने के लिए कुल 20 लाख रुपये में सौदा हुआ था। शेष रकम बाद में दी जानी थी। उसने अपनी मां के इलाज में तीन लाख रुपये खर्च कर दिए थे। एडवांस लेने के बाद करीब चार माह का समय बीत जाने से परेशान गुड्डू आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों से सम्पर्क साधने में लगा था।

सूत्र बताते हैं कि उसने किच्छा क्षेत्र में आपराधिक प्रवृत्ति के चार-पांच लोगों से सम्पर्क साधा था। दूसरी ओर, पुलिस के हत्थे अभी सिर्फ चार आरोपी चढ़े हैं। पुलिस अब इन चार आरोपियों के सम्पर्क में रहे संदिग्ध लोगों को तलाशने में जुट गई है। सीडीआर और कॉल डिटेल से पुलिस को क्लू मिलने की काफी उम्मीदें हैं।

खनन में खूनी खेल हुए, लेकिन ऐसी साजिश कभी नहीं: क्षेत्र में खनन में खूनी संघर्ष की घटनाएं कई बार सामने आईं, लेकिन ऐसी सनसनीखेज साजिश कभी सामने नहीं आई।

अवैध खनन के लालच कुछ भी करने को तैयार माफिया 

सितारगंज। सिडकुल की स्थापना के बाद से सितारगंज में भी अवैध खनन का खेल बड़े स्तर पर चलता है। मिट्टी से लेकर रेता, बजरी, आरबीएम में अवैध खनन का कारोबार होता है। इसमें सरकार की करोड़ों की रॉयल्टी की चोरी होती है। इस खेल में प्रशासन के समानांतर टीम तैयार रहती है। जब भी कोई अवरोध बनता है तो माफिया उसको रास्ते से भी हटाने में पीछे नहीं हटते हैं। हीरा सिंह भी निम्न वर्गीय मध्यम परिवार से था, जो मेहनत मजदूरी करता था। बाद में खनन के कारोबार में उतरकर डंपर, जेसीबी ले ली।

पुलिस और एलआईयू तक को नहीं लग सकी भनक 

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रच दी गई। बकायदा, इसके लिए एडवांस रकम तक दे दी गई, लेकिन जिला पुलिस और एलआईयू को इसकी कानोकान भनक नहीं लगी। समय रहते मंत्री के एक शुभचिंतक के जरिए उन्हें इस साजिश की जानकारी मिल गई।

इसके बाद उन्होंने पुलिस को इस साजिश की जानकारी दी, तब जाकर इस हत्या की सनसनीखेज साजिश का खुलासा हुआ। वहीं यूपी पुलिस की ओर से पैरोल पर छूटे सतनाम की भी निगरानी नहीं की गई। सतनाम सिंह निवासी सिरसा फार्म, बहेड़ी बरेली यूपी का निवासी है। वह वर्ष 2021 में एनडीपीएस एक्ट में किच्छा कोतवाली क्षेत्र में गिरफ्तार हुआ था।

बताया जाता है कि उसके लीवर में खराबी है, इसलिए उसे पैरोल मिल जाती थी। इस दौरान वह यूपी के अपने घर समेत किच्छा आता-जाता करता था। पुलिस के अनुसार, वह एक अक्तूबर को पैरोल पर बाहर आया था। वह पहले भी इलाज के लिए पैरोल पर आ चुका था। पैरोल के दौरान स्थानीय पुलिस उसकी निगरानी करती है।

सतनाम सिंह किच्छा क्षेत्र में गुड्डू व हरभजन सिंह के साथ कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश में शामिल रहा। ऐसे में यह लापरवाही बड़ी हो सकती थी। सीओ ओपी शर्मा ने कहा कि कोतवाली प्रभारी भारत सिंह मामले की विवेचना कर रहे हैं। सतनाम के पैरोल के दौरान की गतिविधियों पर भी जांच का एंगल होगा।

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