महिलाएं भूलकर भी नज़रअंदाज न करें आयरन की कमी के ये 6 संकेत
जब आपके शरीर में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं तो आयरन की कमी हो जाती है। इससे एनीमिया की भी समस्या हो जाती है। लाल रक्त कोशिकाएं फेफड़ों से आपके शरीर के बाकी हिस्सों में ऑक्सीजन ले जाती हैं। शरीर के हर अंग और ऊतक को काम करने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। रक्त में पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना, और आप थका हुआ, कमजोर और सांस की कमी महसूस कर सकते हैं।
शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने के लिए आपको आयरन की आवश्यकता होती है। यह एक प्रोटीन है जो आपके लाल रक्त कोशिकाओं को ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है। मगर इसकी कमी से कई दूसरी बीमारियां हो सकती हैं। महिलाओं में आयरन की कमी की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। क्योंकि वह अपने खानपान और दिनचर्या पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाती हैं। साथ ही बढ़ती उम्र इसका कारण हो सकते हैं। ऐसे में यदि आपके शरीर में कुछ खास लक्षण दिखाई दें तो इन्हें नजरअंदाज न करें, क्योंकि ये आयरन की कमी की ओर इशारा कर सकते हैं।
आयरन की कमी के लक्षण
संक्रमण का खतरा
ब्लड में लाल कण संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं, लेकिन आयरन की कमी होने पर शरीर कमजोर हो जाता है। इम्युनिटी कमजोर पड़ जाती है। इससे सर्दी जुकाम समेत अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा रहता है।
थकान और कमजोरी महसूस होना
अगर आपको हमेशा थकान या कमजोरी महसूस होती है तो ये भी आयरन की कमी का संकेत है। क्योंकि रक्त कोशिकाओं तक ऑक्सीजन ठीक से पहुंच नहीं पाती है, जिससे सुस्ती आने लगती है।
जीभ में सूजन
अगर आपकी जीभ में जगह जगह कट आ गए हो या सूजन आ गई हो तो ये भी आयरन की कमी को दर्शाता है। ऐसा होने पर मुंह का स्वाद भी कड़वा हो जाता है।
पैरों में दर्द और झनझनाहट
एक स्टडी में पाया गया कि अगर महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी लंबे समय से रहती है तो उन्हें पैरों में दर्द हो सकता है। साथ ही पैरों में झनझनाहट महसूस हो सकती है। इससे चलने में दिक्कत आ सकती है।
बालों का झड़ना
अगर शरीर में आयरन की कमी होती है तो बाल तेजी से झड़ते हैं। इससे जड़ें कमजोर हो जाती है। साथ ही बालों की चमक फीकी पड़ जाती है।
सांस लेने में तकलीफ
लाल रक्त कणिकाओं में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए आयरन जरूरी होता है, लेकिन इसकी कमी के चलते नलिकाएं सिकुड़ने लगती हैं। इससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
Disclaimer: प्रस्तुत लेख में बताई गई चीजें विभिन्न स्टडी एवं सामान्य जानकारी के आधार पर हैं। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।