स्वच्छता में नया मुकाम हासिल करने का लक्ष्य
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा को स्वच्छता में पहले पायदान पर लाने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। ग्रेटर नोएडा के प्रमुख मार्गों की मैकेनिकल स्वीपिंग और बेहतर तरीके से कराने के लिए टेंडर निकाले गए हैं। 5 साल में 50 करोड़ रुपये खर्च होने का आकलन है। वहीं, मैनुअल स्वीपिंग को भी और बेहतर बनाया जाएगा। प्राधिकरण ने इसके लिए भी टेंडर निकाल दिए हैं। इस पर पांच साल में करीब 25 करोड़ रुपये खर्च होने का आकलन है।
22– ग्रेनो बनेगा सिटी ऑफ फाउंटेन
2023 में ग्रेटर नोएडा की पहचान सिटी ऑफ फाउंटेन के रूप में भी होगी। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा के सभी बड़े चौराहों पर फाउंटेन लगवाने की पहल की है। चौराहों पर वर्तमान समय में लगे सभी फाउंटेन को और बेहतर बनाया जाएगा। फिलहाल परी चौक, किसान चौक जैसे कुछ बड़े चौराहों पर ही फाउंटेन लगे हैं।
23–फसाड लाइटिंग से चमकेगा शहर
साल 2023 में ग्रेटर नोएडा को फसाड लाइटिंग से चमकाने का भी प्लान है। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा की सभी प्रमुख सड़कों के किनारे स्थित बिल्डिंगों पर फसाड लाइटें लगवाने के निर्देश दिए हैं। फसाड लाइटें बिल्डिंग मालिकों को खुद से लगवानी होगी। फसाड लाइट लगाने की पॉलिसी पर प्राधिकरण बोर्ड ने भी हाल ही में मुहर लगा दी है।