नौसेना के अग्निवीरों का पहला बैच तैयार, पासिंग आउट परेड कल; नौसेना प्रमुख होंगे चीफ गेस्ट
अग्निवीरों के पहले बैच की पासिंग आउट परेड 28 मार्च को आईएनएस चिल्का (INS Chilka) में निर्धारित की गई है. यह पासिंग आउट परेड, आईएनएस चिल्का में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं 273 महिला अग्निवीरों सहित लगभग 2,600 अग्निवीरों की ट्रेनिंग के सफल समापन का प्रतीक है.
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार (R Hari Kumar) पासिंग आउट परेड के मुख्य अतिथि और समीक्षा अधिकारी होंगे. इस अवसर पर वीएडीएम एमए हम्पीहोली, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिणी नौसेना कमान सहित अन्य वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की भी उपस्थिति होगी. सफल ट्रेनी को उनके समुद्री प्रशिक्षण के लिए सीमावर्ती युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा.
अग्निपथ योजना के तहत शामिल किए गए अग्निवीर
14 जून 2022 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना प्रमुखों ने अग्निपथ योजना का शुभारंभ किया था. पैन-इंडिया मेरिट-आधारित अग्निपथ भर्ती योजना में भारत सरकार की पहल के अनुरूप, भारतीय नौसेना ने एक समकालीन, गतिशील, युवा और तकनीकी रूप से सुसज्जित भविष्य की तैयारी की नींव रखने के लिए अपने चयन, प्रशिक्षण और तैनाती पद्धति को तैयार किया. नौसेना ने महिला अग्निवीरों के प्रवेश को शुरू करने के लिए इस अवसर का लाभ उठाया. परिणामस्वरूप, 273 महिला अग्निवीरों सहित करीब 2,600 अग्निवीरों को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया और नवंबर 2022 में आईएनएस चिल्का में उनका प्रशिक्षण शुरू हुआ.
26 जनवरी की परेड का हिस्सा रहे अग्निवीर भी पहले जत्थे में शामिल
समुद्री योद्धाओं में उनके परिवर्तन के हिस्से के रूप में, अग्निवीरों ने भारतीय नौसेना के प्रमुख नाविकों के प्रशिक्षण प्रतिष्ठान (Training Establishment) आईएनएस चिल्का में प्रारंभिक प्रशिक्षण के 16 सप्ताह पूरे किए. आईएनएस चिल्का में प्रशिक्षण में कर्तव्य, सम्मान और साहस के मूल नौसेना मूल्यों के आधार पर शैक्षणिक, सेवा और बाहरी प्रशिक्षण शामिल है. अग्निवीरों के इस पहले जत्थे में वे महिला और पुरुष अग्निवीर भी शामिल हैं जो इस साल 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर भारतीय नौसेना की आरडी परेड टुकड़ी का हिस्सा थे.