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लखनऊ में स्‍कूल की पानी की टंकी में म‍िला अगवा मासूम का नग्‍न शव, ईंट से बांधे थे हाथ-पैर

लखनऊ में शुक्रवार दोपहर 9 माह की बच्ची का शव स्कूल में पानी की टंकी में मिला है। बच्ची गुरुवार रात घर के बाहर खेलते-खेलते अचानक से लापता हो गई थी। काफी देर तक न मिलने पर पिता ने शुक्रवार को दिन में ही गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। पानी में बदबू आने पर लोगों ने देखा तो शव पानी की टंकी में मिला। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरु की। बच्ची के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था।

इसके साथ ही उनके पैर में ईंट बंधी थी। पुलिस बुरी नियत से ले जाने और उसके बाद हत्या की आशंका जता रही है। जानकारी अनुसार, पड़ोस में रहने वाले 2 किशोर दुग्गौर प्राथमिक विद्यालय की तरफ ले जा रहे थे। ये घटना सैरपुर थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने विशेष परमिशन लेकर लेकर शव का पोस्टमार्टम करा दिया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

एडीसीपी प्राची सिंह के मुताबिक, बच्ची दोपहर को घर के बाहर खेलते हुए आ गई थी। जिसके बाद लापता हो गई। परिजनों की सूचना पर खोजबीन पर उसका शव मिला। शक के आधार पर दो किशोर का नाम सामने आया। अभी तक की जांच में सामने आया है कि दोनों किशोर बच्ची को स्कूल ले गए। जहां हत्या के इरादे से पानी की टंकी में डाल दिया। घटना के पीछे की वजह का पता लगाया जा रहा है। पुलिस टीम बुरी नियत और पुरानी रंजिश के बिंदु पर पड़ताल कर रही है। बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।

दूसरी तरफ घटना की जानकारी होते ही पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों के मुताबिक, वह लोग शादी में गए थे और बच्ची परिवार के लोगों के साथ रुक गई थी। शादी से लौटने पर बच्ची के गायब होने की जानकारी पर पुलिस को सूचना दी थी। यदि पता होता बेटी के साथ यह होगा तो शादी में ही नहीं जाते या उसको साथ ले जाते।

बच्चे लगातार देते रहे गोलमोल जवाब

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, घटना की जानकारी के बाद जैसे ही बच्चों का नाम हत्या में आया तभी से बच्चों से लेकर उनके माता-पिता गोलमोल जवाब दे रहे हैं। जबकि क्षेत्रीय लोगों की निशानदेही पर बच्चों से बात की गई। जिसके आधार पर मासूम बच्ची का शव बरामद किया गया।

इस तरह कोई शातिर ही कर सकता हत्या

पुलिस को जब शव पानी की टंकी में वह भी बच्चों की हरकतों को सोच कर दंग रह गई। जिस तरह बच्ची को पानी की टंकी में डालने के साथ रस्सी से ईंट बांधी गई थी। उससे लग रहा था कि किसी शातिर का काम होगा। बच्चों ने यह कहां से सीखा या किसके करने पर किया यह जांच का विषय है। लोगों में चर्चा है कि फिल्म और मोबाइल गेम को देखकर बच्चे हिंसक व गलत राह पर चल रहे हैं। जिसका नतीजा है कि इस तरह की दर्दनाक घटना को अंजाम देने में भी नहीं हिचके।

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