जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान एवं यूरोपियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, माल्टा के बीच समझौता
ग्रेटर नोएडा : २८ फरवरी २०२३: वैश्विक प्रतिस्पर्धा के समय में विश्व स्तर की शिक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-२०२० के प्रावधानों को मूर्तरूप देने के लिए जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किया गया।
जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान, ग्रेटर नोएडा एवं यूरोपियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, माल्टा, यूरोप के बीच में शिक्षा के विस्तार हेतु समझौते पर हस्ताक्षर किएI
इस अवसर पर तकनीक का प्रयोग करते हुए आभासी (विर्चुअल) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यूरोपियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रोफेसर माइकल न्यूबर्ट का स्वागत संस्थान के निदेशक डॉ संजीव चतुर्वेदी ने किया I कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय पद्धति का अनुसरण करते हुए दीप प्रज्वलन कर प्रारंभ किया गया I कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए संस्थान के निदेशक डॉक्टर संजीव चतुर्वेदी ने इस समझौते से होने वाले परस्पर एवं सतत लाभ, जो कि संस्थान और शिक्षार्थियों के लिए कैसे दूरगामी परिणाम देगा पर अपने विचार व्यक्त किए I
प्रोफेसर माइकल ने अपने संबोधन के दौरान उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को यह बताया कि ईआईएम कैसे शिक्षा जगत में अपना योगदान प्रदान कर रही है I
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सुझावों के अनुसार डिजिटल/ऑनलाइन विश्वविद्यालय की परिकल्पना की गयी है और सरकार इस पर कार्य कर रही है। इस समझौते के माध्यम से दोनों ही संस्थान फैकेल्टी एवं स्टूडेंट एक्सचेंज के माध्यम से शिक्षा में एक दूसरे के सहयोग से नए कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैंI उन्होंने छात्रों को यह भी बताया कि कैसे अब ईआईएम के सभी कोर्स जीआईएमएस के माध्यम से ऑनलाइन चलाये जायेंगे जिसमे शोध को प्राथमिकता देते हुए पीएचडी प्रोग्राम भी संचालित किया जायेगा।
इस समझौते के कार्यक्रम के समापन सत्र पर प्रोफेसर मयंक पांडे, डीन ग्लोबल आउटरीच एंड रिसर्च ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया तथा बताया कि दोनों संस्थान मिलकर वर्ष 2023 के अंत तक पीएचडी प्रोग्राम का संचालन आरंभ करेंगे जिससे शोध को गति मिलेगी। इस संपूर्ण सत्र का संचालन प्रोफ़ेसर सिल्की गौर द्वारा किया गया I