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कानपुर में फिर एक वकील की गोली मारकर हत्या, घर के बाहर बदमाशों ने अधिवक्ता को उतारा मौत के घाट

नवाबगंज के गंगा नगर सोसाइटी में बुधवार देर रात बुजुर्ग अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद मास्क पहने बाइक सवार भाग निकले। कत्ल के पीछे जमीन का विवाद बताया जा रहा है। डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि देर रात बेटे की तहरीर पर एनआरआई सिटी के मालिक,सौतेले भाई समेत और दो अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

गंगा नगर सोसाइटी निवासी राजाराम वर्मा (78) आईआईटी से रिटायर असिस्टेंट रजिस्ट्रार थे। रिटायर होने के बाद वकालत शुरू कर दी थी। एक साल पहले तोपवाले गेट के पास उन्होंने चैंबर खरीदा था। साथ में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम भी करते थे। बेटे नरेंद्र देव के मुताबिक रात 8:30 बजे बाइक सवार मास्क लगाए दो युवक पहुंचे। एक ने कॉल बेल दबाई। पूछने पर कहा कि बाबूजी ने एक पेपर देने के लिए बुलाया था। बाहर निकलते ही राजाराम को गेट पर खड़े बदमाश ने कनपटी से सटाकर गोली मार दी। उन्हें रीजेंसी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। डीसीपी पश्चिम के मुताबिक राजाराम वकालत के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग भी करते थे। उनके खिलाफ जालसाजी, जमीन विवाद समेत एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह नवाबगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर था। देर रात बेटे की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

राजाराम का भूमि विवादों से पुराना नाता रहा। पुलिस की अब तक की जांच में दो दर्जन से अधिक जमीन विवाद के बारे में जानकारी मिली है। दूसरों की जमीन पर कब्जा करने को लेकर मृतक वकील के खिलाफ कई मुकदमे चल रहे थे। सबसे बड़ा मामला एनआरआई सिटी का है। एडवोकेट के बेटे नरेन्द्र देव ने बताया कि एनआरआई सिटी में पिता की 17 बीघा जमीन है। इसे लेकर वहां के मैनेजमेंट से विवाद चल रहा था। इस विवाद में निचली से लेकर उच्च न्यायालय तक केस जीता गया। बेटे ने आशंका जताई है कि इसी विवाद के चलते पिता की हत्या की गई है।

वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि एनआरआई सिटी में चल रहे जमीन विवाद में एडवोकेट राजा राम वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में वह जेल भी गए थे। उन्होंने ही राजाराम की जमानत कराई थी।

मृतक वकील का एक सौतेला भाई बहादुर भी है। बहादुर खुद पहले डबल मर्डर के एक मामले में जेल जा चुका है। उससे भी एडवोकेट राजा राम वर्मा का जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। हालांकि उस मामले में दोनों का काफी नुकसान हुआ। उसमें कुछ मुकदमें अभी चल रहे हैं।

राजाराम की पत्नी कृष्णा देवी की दो साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। उनके बेटे नरेन्द्र और बहू विकास राजपूत के अलावा परिवार में चार बेटियां सरस्वती, विजय लक्ष्मी, शारदा और भुवनेश्वरी है। इनमें से तीन बेटियों की शादी कानपुर में हुई है। वहीं एक बेटी की दिल्ली में शादी हुई है। डीसीपी वेस्ट के मुताबिक परिवार में बहू के साथ मारपीट का मामला भी दर्ज हुआ था। उसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

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