ग्रेटर नोएडादिल्ली/एनसीआर

नॉएडा में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज, आठ घायल

दादरी। समान मुआवजा, गांव का विकास, प्रभावित किसान परिवार के सदस्य को स्थाई रोजगार आदि मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों और पुलिस के बीच मंगलवार को झड़प हो गई। झड़प के दौरान माहौल को काबू करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन चलाया और लाठीचार्ज कर दिया। इसमें महिला समेत आठ किसान घायल हो गए। आरोप है कि किसानों ने पुलिस पर पथराव किया। इसमें चार सिपाही घायल हो गए। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 12 किसानों को हिरासत में ले लिया है। किसानों की रिहाई के लिए सैकड़ों की संख्या में महिला किसानों ने दादरी विधायक तेजपाल नागर के आवास प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद विधायक आवास पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

भारतीय किसान परिषद के बैनर तले पिछले एक महीने से किसान एनटीपीसी क्षेत्र में गांव-गांव में सभा कर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि एनटीपीसी ने वर्ष 1985 में पांच से दस रुपये प्रति गज के हिसाब से किसानों को मुआवजा दिया था। इसी दौर में एनटीपीसी की रेलवे लाइन के नाम पर डेढ़ सौ रुपये प्रति गज के हिसाब से मुआवजा दिया गया था। अब किसान समान मुआवजा, प्रभावित किसान परिवार के सदस्य को स्थाई नौकरी और प्रभावित गांवों के विकास की मांग कर रहे थे। किसानों ने करीब डेढ़ माह पहले चेतावनी दी थी कि यदि एनटीपीसी प्रबंधन 31 अक्तूबर तक मांगों को पूरी नहीं करता है तो एनटीपीसी पर तालाबंदी की जाएगी। चेतावनी के अनुसार मंगलवार को बड़ी संख्या में महिला और पुरुष किसान प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए। किसान एनटीपीसी के अंदर जाने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने समझाया, लेकिन वे नहीं माने। इस दौरान किसानों और वहां मौजूद पुलिस के जवानों के बीच झड़प हो गई।

12 किसान हिरासत में

झड़प के बाद पुलिस को लाठीचार्ज कर माहौल पर काबू पाना पड़ा। पुलिस ने वाटर कैनन भी चलाया। किसानों का आरोप है कि पुलिस के लाठीचार्ज में कई महिला किसानों को गंभीर चोट आई है। किसानों का आरोप है कि प्रदर्शन कर शांति से वापस लौट रहे किसानों को रसूलपुर गांव के पुल पर लाठीचार्ज किया गया। लाठीचार्ज के बाद किसान नेता सुखबीर खलीफा समेत 12 किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि किसानों ने पुलिस पर पथराव किया। महिला पुलिसकर्मियों से अभद्रता की। इसके चलते हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

विधायक के घर के बाहर डटे किसान

किसानों की रिहाई के लिए सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष किसान दादरी विधायक तेजपाल नागर के घर पहुंच गए। इसमें महिलाओं की संख्या अधिक है। हालांकि विधायक के आवास पर ना होने के कारण बात नहीं हो सकी। इसके बाद किसान गली में ही धरने पर बैठ गए। विधायक का फोन भी बंद जा रहा है। खबर लिखे जाने तक किसान विधायक आवास पर डटे रहे। किसानों का कहना है कि हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ा जाए।

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प्रदर्शन कर रहे कुछ लोग एनटीपीसी प्लांट में घुसकर बिजली सप्लाई बाधित करना चाहते थे। जब पानी की बौछार कर उन्हें रोका गया तो पुलिस पर पथराव कर दिया। इसमें तीन सिपाहियों के सिर फटे हैं। महिला पुलिसकर्मियों से भी अभद्रता की गई है। माहौल को काबू करने के लिए हल्का सा बल प्रयोग करना पड़ा है।

अभिषेक वर्मा, डीसीपी ग्रेटर नोएडा

एनटीपीसी का पक्ष

एनटीपीसी दादरी प्रबंधन का कहना है कि भारतीय किसान परिषद ने 18 अक्टूबर को ज्ञापन दिया था। उनकी मांगों पर कंपनी की मौजूदा नीतियों, विनियमों एवं नियमों के अधीन जांच की जा रही है। रिक्तियों की अनुपलब्धता के कारण स्थायी रोजगार प्रदान करना संभव नहीं है। इसीलिए रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल विकास और सीएसआर एजेंडा की उच्च प्राथमिकता में है। इसे परियोजना प्रभावित गांवों के युवाओं के लिए दादरी में हर साल कराया जाता है। एनटीपीसी दादरी शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे के विकास, कौशल विकास पर जोर देते हुए अपने पड़ोसी गांवों के समग्र विकास के लिए कदम उठा रही है और आगे भी किया जाएगा।

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