नागालैंड के मोन जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों द्वारा कथित रूप से की गई फायरिंग में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गई. सूत्रों ने बताया कि यह घटना मोन जिले के ओटिंग (Oting) गांव की है, जहां पीड़ित ग्रामीण एक पिक-अप ट्रक से घर लौट रहे थे. घटना का पता तब चला, जब घटना में मारे गए ग्रामीण अपने समय पर घर नहीं पहुंच पाए.
लोगों के शव को देखने के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों की गाड़ियों में आग लगा दिया. घटना में कई घायल भी हुए हैं. प्रशासन की तरफ से अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने लोगों से शांति की अपील की है और कहा कि घटना की जांच विशेष जांच दल (SIT) द्वारा की जाएगी.
इस घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ने आज सुबह ट्वीट किया, “मोन के ओटिंग में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है. पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करता हूं. घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना करना करता हूं. उच्चस्तरीय एसआईटी मामले की जांच करेगी और कानून के अनुसार न्याय होगा. सभी वर्गों से शांति की अपील करता हूं.”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर दुखी जताते हुए ट्वीट किया, “नागालैंड के मोन के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं. मैं जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय एसआईटी टीम इस घटना की जांच करेगी. ताकि दुखी परिवारों को न्याय दिलाई जा सके.”
वहीं भारतीय सेना ने एक बयान में बताया कि लोगों की मौत के बाद ग्रामीणों द्वारा हिंसा में सुरक्षाबलों के जवान भी घायल हुए हैं. सेना ने कहा कि घात लगाकर किए गए हमले के दौरान लोगों की मौत हुई थी.
राज्य के आईपीएस अधिकारी रूपिन शर्मा ने ट्विटर पर घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ओटिंग गांव में कई नागरिकों के मौत की खबर है, जिसमें सुरक्षाबल शामिल हैं. हालांकि उन्होंने बाद में वीडियो डिलीट कर दिया. उन्होंने गाड़ियों में आग की तस्वीरों भी शेयर किया था और लिखा था कि घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों की कुछ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.