बैंक के लॉकर से गायब हुई जेवेलरी, महिला ने लगाया बैंक पर मिलीभगत का आरोप, पुलिस की जांच शुरू
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है।जिसे देखकर वह लोग स्तब्द्ध रह जाएंगे जो लोग बैंक के लॉकर अपना गोल्ड या कीमती सामान सुरक्षित मानते हैं। दरअसल गाजियाबाद स थाना सिहानी गेट इलाके की नेहरू नगर कॉलोनी में स्थित पंजाब नेशनल बैंक में एक बैंक खाता है। जहां पर महिला ने अपना कीमती सामान और गोल्ड सुरक्षित रखने के लिए लाकर लिया हुआ है। कोरोना काल के दौरान महिला ने अपना लॉकर ऑपरेट नहीं किया।लेकिन जब वह बैंक पहुंची और अपने लॉकर चेक किया तो उसके लॉकर में रखा करीब 65 से 70 लाख रुपए का गोल्ड गायब मिला। जिसे देखकर महिला के होश उड़ गए और आनन-फानन में महिला ने यह सूचना अपने पति और भाई को दी।बैंक में मैनेजर से मिलने महिला के पति और उसके भाई पहुंचे तो उन्हें भी कोई संतोष पूर्वक जवाब नहीं मिल पाया।जिसके बाद पीड़िता ने थाना सिहानी गेट में अमानत में खयानत मानते हुए बैंक कर्मी और मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर इस पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बी 119 अशोक नगर में रहने वाली पीड़िता प्रियंका गुप्ता पत्नी समीर गुप्ता ने बताया कि थाना सिहानी गेट इलाके की नेहरू नगर कॉलोनी में स्थित पंजाब नेशनल बैंक में उनका करीब 20 साल पुराना खाता संख्या 1116000100127587 है।इसी बैंक में उन्होंने एक लॉकर लिया हुआ है। इस लॉकर में उन्होंने अपना करीब 65 से 70 लाख रुपए का गोल्ड रखा हुआ था। उन्होंने काफी दिनों से अपना लॉकर इस्तेमाल नहीं किया।उधर कोरोना का हाल के दौरान भी उनका लॉकर बंद रहा। प्रियंका गुप्ता ने बताया कि वह कुछ समय पहले जब बैंक में अपना लॉकर चेक करने के लिए पहुंची तो लॉकर की चाबी नहीं लगी।काफी देर लॉकर इंचार्ज और बैंक मैनेजर के अलावा अन्य बैंक कर्मियों ने दी प्रयास किया लेकिन उनका लॉकर नहीं खुल पाया। जिसके बाद उन्हें वापस घर भेज दिया गया दोबारा से फिर वह बैंक में पहुंचे और अपना लॉकर खोलने के लिए कहा तब भी उनका नौकर नहीं खुल पाया। फिर भी उन्हें बहाने बनाकर घर वापस भेज दिया गया।जब वह तीसरी बार बैंक में पहुंची तो उन्होंने कहा कि आज उन्हें हर हाल में अपना लॉकर चेक करना है।बहरहाल जब उनके लॉकर की चाबी नहीं लगी तो लॉकर इंचार्ज और बैंक मैनेजर एवं उनकी उपस्थिति में लॉकर का लॉक तोड़ा गया। जैसे ही लॉकर खोला और उन्होंने अपना लॉकर खाली देखा तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने कहा कि मेरे लॉकर में 65 से 70 लाख रुपए के सोने के जेवरात रखे हुए थे और अब वह गायब है। जब बैंक के लॉकर की चाबी बैंक के पास ही रहती है और किसी तरह से भी लॉक टूटा हुआ नजर नहीं आया है। तो निश्चित तौर पर बैंक कर्मियों की मिलीभगत से उनके जेवरात गायब किए गए हैं। प्रियंका गुप्ता ने बताया कि उनके लॉकर में रखे जेवरात में से केवल उसका कुछ अंश जिसकी कीमत करीब ₹600000 है वह मौजूद थी और एक पीली पोटली में बंद थी आश्चर्य की बात यह है कि पीड़िता का कहना है।कि उन्होंने पीले रंग की पोटली का कभी भी इस्तेमाल नहीं किया और वह पोटली उनकी नहीं है।इसका मतलब साफ तौर पर जाहिर होता है कि बैंक मैनेजर और लॉकर इंचार्ज समेत अन्य बैंक कर्मियों की मिलीभगत से उनके लॉकर में रखे करीब 65 से 70 लाख रुपए के जेवरात गायब किए गए हैं।पीड़िता ने फिलहाल थाना सिहानी गेट में बैंक कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के एसपी सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है। कि इस तरह का मामला सामने आया है।अशोक नगर में रहने वाली एक महिला ने इस तरह की तहरीर दी है।जिसमें उन्होंने बताया है कि नेहरू नगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में उनका 20 साल पुराना खाता है। वहीं पर उन्होंने एक लॉकर लिया हुआ है। जिसमें उन्होंने अपने कीमती जेवरात रखे हुए थे।जब वह अपना लॉकर खोलने के लिए गई तो लॉकर में रखा सभी कीमती सामान उन्हें गायब मिला।उन्होंने बताया कि पीड़िता के मुताबिक उनके लॉकर से 65 से 70 लाख रुपए के जेवरात गायब है और जिस तरह से उन्हें एक पीले रंग की पोटली लॉकर ने बरामद हुई है।वह पोटली भी उनके द्वारा नहीं रखी गई है।इसका मतलब साफ जाहिर ह कि उनके साथ बैंक की मिलीभगत से गायब किये गए हैं। पीड़िता के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मामला दर्ज करते हुए इस पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।