मैनपुरी: इलाज के नाम पर मिली धर्म परिवर्तन की सूचना, ग्रामीणों ने पुलिस को दौड़ाया, भागकर बचाई जान, जानें पूरा मामला
मैनपुरी के किशनी थाना क्षेत्र के गांव नगला बख्ती में धर्मांतरण की सूचना पर पहुंचे हिंदूवादी संगठन के लोगों व चौकी पुलिस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। सभी ने वहां से भागकर जान बचाई। बवाव की सूचना पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। एसपी ने बताया कि स्थिति सामान्य है।
कुसमरा चौकी क्षेत्र के गांव नगला बख्ती में पूर्व प्रधान प्रेमा देवी जाटव के घर 71 वर्षीय मामा मेवाराम निवासी बहोशी थाना इंदरगढ करीब 30 वर्ष से रह रहे हैं। वह खुद को बाबा बताते हुए लोगों का उपचार करने का भी दावा करते हैं। इसके चलते पूर्व प्रधान के यहां भीड़ रहती थी। गांव में कुछ लोग मसीह धर्म के अनुयायी भी हैं।
शनिवार को कुछ हिदूवादी संगठन के लोग चौकी पुलिस के एक दरोगा व दो सिपाहियों को साथ लेकर नगला बख्ती पहुंचे। उन्हें गांव में बाबा द्वारा धर्मातरण परिवर्तन कराए जाने की सूचना मिली थी। पुलिस ने बाबा से पूछा तो उन्होंने बताया कि आज उनका जन्मदिन है। जब पुलिस ने आधार कार्ड देखा तो पाया कि जन्मदिन छह दिन बाद है।
जन्मदिन मनाए जाने की कही थी बात
इस पर बाबा ने कहा कि जब चाहे जन्मदिन मनाएं। आज वह भंडारा का आयोजन कर रहे हैं। इस बीच वहां पूर्व प्रधान के घर आए रिश्तेदारों व मौजूद समर्थकों को लगा कि वह बाबा को पकड़ कर ले जाएंगे। वह लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस व हिंदूवादी संगठन के लोगों से विवाद शुरू हो गया।
एकत्र हुई भीड़ ने पुलिस व हिंदूवादी संगठन के लोगों पर पथराव करना शुरू कर दिया। हमला होने के बाद पुलिस व हिंदूवादी लोगों ने गांव से भागकर अपनी जान बचाई। इस दौरान कुछ महिलाओं ने भाग रहे लोगों पर खौलता हुआ तेल भी फेंका, लेकिन सभी लोग बच गए। वबाल की सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव नगला बख्ती पहुंच गया।
एसपी अशोक कुमार राय ने बताया कि नगला बख्ती में धर्म परिवर्तन जैसा कुछ भी नहीं था। हिंदूवादी संगठन के लोगों को आयोजन में शामिल लोगों द्वारा खदेड़ा गया है। पुलिस मौके पर भेजी गई थी, गांव में स्थिति सामान्य है।