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वनडे वर्ल्ड कप से पहले भारत के पास बेंच स्ट्रेंथ आजमाने का मौका

हरारे। जिम्बाब्वे के खिलाफ आज से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज से पहले भारतीय कप्तान केएल राहुल के फार्म और फिटनेस पर सभी की नजरें होंगी। टी-20 प्रारूप में भारत के शीर्ष क्रम का अभिन्न अंग माने जाने वाले राहुल इस सीरीज में अपनी चिर परिचित लय हासिल करने की पूरी कोशिश में होंगे। हर्निया के आपरेशन के कारण राहुल दो महीने बाद टीम में लौटे हैं। उनके सामने चुनौती टीम में सलामी बल्लेबाज की भूमिका बरकरार रखने और पहली गेंद से आक्रामक बल्लेबाजी की होगी।

कोच राहुल द्रविड़ और नियमित कप्तान रोहित शर्मा की नजरें सिर्फ राहुल के रनों पर ही नहीं होगी बल्कि वे यह भी देखना चाहेंगे कि रन किस तरह से बने हैं। भारतीय टीम को एशिया कप में पाकिस्तान के विरुद्ध 28 अगस्त को पहला मैच खेलना है। हरारे स्पो‌र्ट्स क्लब पर जिंबाब्वे ने 300 और 290 रन से अधिक के लक्ष्य का पीछा करते हुए हाल ही में बांग्लादेश को हराया है। ऐसे में राहुल, शिखर धवन, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा और संजू सैमसन बड़ी पारियां खेलने की कोशिश में होंगे। भारत के पास मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, दीपक चाहर और कुलदीप यादव जैसे गेंदबाज और शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल जैसे आलराउंडर भी हैं।

बेंच स्ट्रेंथ आजमाने का मौका 

क्रिकेट की बात करें तो चयनकर्ताओं को बेंच स्ट्रेंथ को आजमाने का मौका मिलेगा जो 2023 में 50 ओवरों का विश्व कप खेल सकते हैं। भारत के पास इस समय इतने प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं कि तीनों प्रारूपों में भारत तीन अलग-अलग टीमें उतार सकता है। छह महीने बाद टीम में लौटे दीपक चाहर और धीरे-धीरे लय हासिल कर रहे कुलदीप पर चयनकर्ताओं की निगाहें होंगी। आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले राहुल त्रिपाठी के पास भी भारतीय टीम के लिए खेलते हुए उस लय को दोहराने का मौका है।

जिम्बाब्वे की टीम फॉर्म में 

बांग्लादेश को हराने के बाद जिम्बाब्वे की कोशिश भारत जैसी मजबूत टीम को कड़ी चुनौती देने की होगी। मेजबान को सिकंदर रजा, रेजिस चकाबवा और इनोसेंट केइया से बल्लेबाजी में अच्छे प्रदर्शन की आशा होगी। एक जमाना था जब जिंबाब्वे के पास फ्लावर बंधु (ग्रांट और एंडी), हीथ स्ट्रीक, नील जानसंस, मरे गुडविंस और हेनरी ओलोंगा जैसे खिलाड़ी थे। पिछले दो दशक में देश की तरह जिंबाब्वे क्रिकेट की दशा भी बेहाल रही है और इसका असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ा।

भारतीय टीम का जिमबाब्वे दौरा आम तौर पर मेजबान बोर्ड की आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में भारत का प्रयास माना जाता रहा है। इन तीन मैचों के टीवी और डिजिटल अधिकारों से जिंबाब्वे क्रिकेट की खासी कमाई हो जाएगी। जिंबाब्वे की टीम में नियमित कप्तान क्रेग इर्विन नहीं होंगे और ऐसे में चकाबवा के पास करिश्मा करने का मौका रहेगा। भारतीय टीम की मौजूदा फार्म को देखते हुए जिंबाब्वे के लिए ऐसा कर पाना कठिन चुनौती होगी।

टीमें :

भारत : केएल राहुल (कप्तान), शिखर धवन , रुतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, इशान किशन, संजू सैमसन, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, आवेश खान, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर, शाहबाज अहमद।

जिम्बाब्वे : रेजिस चकाबवा (कप्तान), रियान बर्ल, तनाका चिवांगा, ब्राडले इवांस, ल्यूक जोंगवे, इनोसेंट केइया, टी कैतानो, क्लाइव माडांडे, वेसली एम, टी मारूमानी, जान मसारा, टोनी मुनियोंगा, रिचर्ड एंगारावा, विक्टर एन, सिकंदर रजा, मिल्टन शुम्बा, डोनाल्ड तिरिपानो।

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