अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल यानि कि आईसीसी (ICC) हाल ही में एक साइबर अपराध का शिकार हुई, जिसमें वायर ट्रांसफर के जरिए लगभग 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है. हालांकि इस राशि से सही होने की पुष्टि नहीं हुई है.
ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक ये कथित घोटाला साल 2022 में यूएसए से किया गया था. जालसाजों ने आईसीसी को स्कैम में फंसाने के लिए बिजनेस ई-मेल कॉम्प्रोमाइस का इस्तेमाल किया, जिसे ई-मेल अकाउंट कॉम्प्रोमाइस भी कहा जाता है.
गौरतलब है कि यूएसए का फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने बीईसी को “सबसे अधिक आर्थिक रूप से हानिकारक ऑनलाइन अपराधों में से एक” का नाम दिया है.
क्या है बीईसी स्कैम
BEC घोटाला फ़िशिंग का एक रूप है जहां कंपनियों या फिर किसी व्यक्ति को बहलाकर वायर ट्रांसफर करने के लिए राजी किया जाता है. FBI ने पिछले नवंबर में अमेरिकी सरकार को सौंपी गई कांग्रेसनल रिपोर्ट में कहा था कि एजेंसी के इंटरनेट अपराध नियंत्रण केंद्र को 2021 में $2.4 बिलियन से अधिक के BEC-संबंधित दावे प्राप्त हुए थे.
हालांकि आईसीसी की ओर से मामले को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि मामले की जांच अभी चल रही है. पता चला है कि आईसीसी बोर्ड को पिछले साल इस घटना के बारे में अपडेट किया गया था.
अभी साफ नहीं हुआ है कि जालसाजों ने ICC खाते से धन हस्तांतरित करने के लिए वास्तव में कौन सा रास्ता अपनाया था. क्या वो सीधे दुबई में मुख्यालय में किसी के संपर्क में थे? या ICC के किसी विक्रेता या सलाहकार को निशाना बनाया था? ये भी पुष्टि नहीं की गई है कि लेनदेन एक ही भुगतान में किया गया था या कई वायर ट्रांसफर थे.