पंचशील ग्रींस नवरात्रा सेवक दल दल द्वारा आयोजित सातवा विशाल नवरात्र महोत्सव संपन्न हुआ
पंचशील ग्रींस नवरात्रा सेवक दल दल द्वारा आयोजित सातवा विशाल नवरात्र महोत्सव 2022/तीसरा रामलीला महोत्सव 2022 की जबरदस्त लहर के साथ सुंदरकांड के पाठ के साथ और संपन्नता के माहौल में संपन्न हुआ जिसका समापन आज पुरस्कार वितरण सुंदर काण्ड के साथ समाप्त हो गया सभी नवरात्र सेवक दल के कार्यकर्ता और हैप्पी फन डे में सामिल सभी बच्चे और पंचशील ग्रीन परिवार आज सायं 3.30 बजे से माता रानी के दरबार में सामिल हुआ और सुंदरकांड पाठ समाप्ति के बाद पुरुस्कार वितरण समारोह हुआ जिसमे सभी को ट्राफी और सर्टिफिकेट के साथ सम्मानित किया।बूंदी का प्रसाद भी बाटा गया।पंचशील ग्रीन परिवार से मिल रहे अपार प्यार और उत्साह ने नवरात्रा सेवक दल के कार्यकर्ताओं के जोश को और बढ़ा दिया है।जिसके स्वरूप सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी बढ़े जोर और शोर के साथ हुआ और एक लहर की तरह आगाज और समापन हुआ।
हमारे स्पॉन्सर ” जयपुरिया स्कूल” और नवरात्र सेवक दल की तरफ से सर्टिफिकेट और पुरुस्कार दिया गए।
जिसमें हर किसी ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझा निर्वाह किया एक सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में पंचशील ग्रींस नवरात्रा सेवक दल की पहल का स्वागत किया जिसमें मीडिया बंधुओं ने भी अपनी जिम्मेदारी और सौहार्द पूर्ण वातावरण को बनाने में अपनी भूमिका निभाई और कोविद 19 के कारण समाज में व्याप्त नकारात्मकता को ज्ञान रूपी उजाले से प्रकाशमान करने में हमारी मदद की इसके लिए नवरात्रा सेवक दल सभी सदस्य की तरफ से आपका हृदय से आभार और धन्यवाद और आशा करते हैं कि सकारात्मकता की हर पहल में लोगों की जन भावनाओं का ख्याल रखते हुए हमारा सहयोग देंगे और मीडिया रूपी चतुर्थ स्तंभ का भी ह्रदय से आभार और गौर्वांकित् करने का सभी को अवसर देंगे इसी के साथ धन्यवाद और आभार।
नवरात्रा सेवक दल की ओर से श्री मनीष कुमार अवस्थी,श्री विवेक तिवारी,श्री मनीष उपाध्याय,श्री सूर्यकांत गौर,श्री,गजेंद्र भाटी,श्रीमति पूर्ति अवस्थी जी,श्रीमति मीना सिंह जी,श्रीमति तारा सिंह जी,श्री सुनैना मिश्रा जी,श्रीमति रजनी जी,श्रीमति सुमन मिश्रा जी,श्रीमति ऋतु जी,श्रीमति रेशम जी,श्रीमति वंदना जी,श्रीमति मानवी जी,श्री मति मेघाजी,श्रीमति मधुमीता जी, श्रीमति दीपिका सिंह जी,श्री रामाशीष यादव,श्री शोभित जैन,श्री सुरकांत गौर, श्री अमर चतुर्वेदी जी,श्री सुनीता चतुर्वेदी जी और श्री संजीव सिंघल जी ने सहयोग किया।