तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खत्म हो चुकी है। हार्दिक पांड्या को इस सीरीज के दौरान आने वाले समय में भारत के परमानेंट टी20 कप्तान के तौर पर देखा जाने लगा है। भारत ने यह सीरीज 1-0 से अपने नाम की। बारिश ने पहला मैच पूरी तरह से धुल दिया, जबकि दूसरा मैच भारत ने 65 रनों से जीता। तीसरा मैच बारिश के चलते टाई पर खत्म हुआ। न्यूजीलैंड की टीम 160 रनों पर सिमट गई थी, भारत ने जवाब में 9 ओवर में चार विकेट पर 75 रन बना लिए थे, जब बारिश शुरू हुई। डकवर्थ लुइस मेथड के हिसाब से दोनों टीमों का स्कोर उस समय के हिसाब से बराबर था। हार्दिक पांड्या ने सीरीज खत्म होने के बाद अपनी कप्तानी की फिलॉस्फी और उमरान मलिक-संजू सैमसन को प्लेइंग XI में शामिल नहीं करने को लेकर बात की।
स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट ने हार्दिक पांड्या से प्रेस कॉन्फ्रेन्स में पूछा ऋषभ पंत और ईशान किशन दोनों अटैकिंग बल्लेबाज हैं, कप्तान के तौर पर हार्दिक पांड्या की क्या फिलॉस्फी है? इस पर पांड्या ने कहा, ‘सच कहूं तो मैंने पूरी कोशिश यही की है कि अगर आप यहां इंटरनेशनल लेवल पर आए हो, तो जाहिर सी बात है कि आपने काफी अच्छी चीजें की हैं और एक तरीके से खेलते आए हो। मेरा मानना है कि मैं एक कप्तान के तौर पर खिलाड़ी को जितना ज्यादा फ्रीडम दे सकूं। एक कल्चर होता है कि जहां प्लेयर जाकर बिंदास खेले और कोई आपको कुछ बोलेगा नहीं। वही सेम तरीका वर्ल्ड कप में भी था। कुछ चीजें थीं जो हम बढ़िया नहीं कर पाए और जाहिर सी बात है कि वे चीजें हाइलाइट होंगी, क्योंकि हम जीते नहीं थे। लेकिन यहां से जब हम आगे बढ़ रहे हैं, तो हम एक तरीके से नहीं खेलेंगे। कोशिश रहेगी कि खिलाड़ी एन्जॉय करे, जाए और अगर आपको लग रहा है कि पहली गेंद से हिट करना है, तो बिंदास जाओ, कोई आपको कुछ कहेगा नहीं। हम हमेशा बैक करेंगे और कोशिश करेंगे की प्लेयर खुलकर खेले।’
हार्दिक से दूसरा सवाल विमल कुमार ने किया कि फैसला लेना कितना मुश्किल होता है, काफी लोग कह रहे थे कि संजू सैमसन को मौका मिलना चाहिए, उमरान मलिक को मौका मिलना चाहिए, तो आप इस परिस्थिति में क्या करते हैं? इस पर हार्दिक पांड्या ने बहुत ही बढ़िया जवाब देते हुए कहा, ‘पहली बात तो यह है कि बाहर कौन क्या बोल रहा है, इस लेवल पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। ये मेरी टीम है और अगर कोच और मेरे को जो ठीक लगेगा, जो साइड हमें चेक करनी है। और एक बात यह है कि बहुत समय है, सबको मौका मिलेगा। सबको पूरा मौका मिलेगा और जब मौका मिलेगा लंबा मौका मिलेगा।