
कौशाम्बी। चरवा कोतवाली के एक ईंट-भट्ठे पर परिजनों संग मजदूरी करने आई मूक बघिर युवती से रविवार की रात जबरन चार युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लेकर घटना की जांच में जुट गई है। बिहार प्रांत का एक युवक परिवारीजनों संग चरवा कोतवाली इलाके के एक गांव स्थित ईंट भट्ठे पर रहकर मजदूरी करता है। युवक के मुताबिक रविवार की देर शाम वह खा पीकर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ ईंट भट्ठा के समीप अपनी झोपड़ी में रहा था।
रात करीब 11 बजे पत्नी ने बताया कि उसकी 18 वर्षीय मूक-बधिर बेटी झोपड़ी में नहीं है। जानकारी पाकर युवक के होश उड़ गए। वह साथी मजदूरों संग उसकी तलाश करने लगे। रात करीब 12.30 बजे वह चायल मनौरी मार्ग पर कराहते हुए मिली। पिता के अनुसार पूछताछ करने पर युवती ने बताया कि वह रात में लघुशंका करने के लिए उठी थी। इसी दौरान गांव का ही एक युवक ने अपने तीन साथियो संग उसे दबोच लिया।
वह लोग जबरन मुंह दबाकर बगीचे की तरफ घसीट ले गए। आधा किलोमीटर दूर ले जाकर उसके साथ बारी बारी से चारों युवकों ने दुष्कर्म किया। घटना की जानकारी पाकर परिजनों के होश उड़ गए। सूचना पर रात में ही आई पुलिस घटना की छानबीन में जुट गई। पुलिस ने मामले में चायल कस्बे के दो युवकों को हिरासत में ले लिया है। हालांकि पुलिस पूरे मामले को नकार रही है। इस संबंध में इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार राम का कहना है घटना की जानकारी नहीं है। मामले का पता लगाया जा रहा है।
पीड़िता के पिता की सूचना पर पुलिस रात में ही ईंट भट्ठे पर आई थी। आरोप है कि पुलिस और ईंट भट्ठा मालिक पीड़िता के परिजनों पर मुकदमा नहीं दर्ज करवाने के लिए दबाव बना रहे हैं। उनको कहा जा रहा है कि मुकदमा दर्ज होने पर हर माह उन्हे बिहार से अदालत गवाही के लिए आना पड़ेगा। उन्हे थाने से समझा बुझा कर लौटा दिया गया है। मजदूरी करने आए परिजन इससे डरे सहमें हुए हैं।
पीड़िता के पिता के मुताबिक सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसकी बेटी को पांच सौ रुपया देकर भगा दिया। उन्होंने किसी से बताने पर जान से मारने की धमकी दी है। इससे पूरा कुनबा डरा सहमा हुआ है। उनका कहना है कि बिहार आकर मुकदमा लड़ने की क्षमता नहीं है। उनका परिवार बहुत ही गरीब है। ऐसी किसी घटना की तहरीर नहीं मिली है। मामले को लेकर कई लोगों का फोन आ चुका है। फिलहाल घटना की जांच कराई जा रही है।