गाड़ी बुकिंग के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के पाँच सदस्य गिरफ्तार
नोएडा संवाददाता, साईबर हैल्पलाइन मुख्यालय पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के द्वारा थाना सेक्टर-113 पुलिस के सहयोग से गाडी बुकिंग के नाम पर लोगों के साथ धोखाधडी कर लाखों रुपयों ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के पाँच सदस्यों समीर खान पुत्र हनीफ खान निवासी मकान नंबर 236 डी अल्फा 1 ग्रेटर नोएडा सुनील नारंग पुत्र लीला कृष्ण नारंग निवासी हाउस नंबर 5 गली नंबर 2 पटेल नगर हिसार हरियाणा, आकाश कुमार पुत्र भोपाल सिंह निवासी प्लॉट 110 सूर्यकुंज पार्ट 2 नजफगढ़ दिल्ली,आकाश वासन पुत्र संजय वासन निवासी 2701 जवाहर नगर आदमपुर हिसार हरियाणा अरबाज अली पुत्र दिलशाद अली निवासी 25/ए जामिया नगर बाटला हाऊस दिल्ली को आदित्य अर्बन कासा सोसायटी सेक्टर-78 नोएडा से बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। इस गैंग ने किराये पर कार देने के लिये एक फिशिंग वेबसाईट www.mahalaxmicarrental.in बनायी थी। जिसका प्रचार गूगल ऐड के माध्यम से किया जाता था। इनकी वैबसाइट पर बुकिंग का पेमेंट करने वाले ग्राहकों का डेबिट / क्रेडिट कार्ड नम्बर, सीवीवी नम्बर, कार्ड की एक्सपायरी डेट लेकर वाटसअप के माध्यम से एपीके फाईल भेजकर एसएमएस फारवर्डिग की स्क्रिप्ट भेजकर उनके खातो से जमा राशि निकालकर ठगी कर लेते है। पकड़े गए अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस ने एक लैपटॉप, पाँच मोबाइल फोन, एक टैब,तीन डेबिट कार्ड और 43 हजार रूपये नगद बरामद किए हैं।ये लोग अपने साथियों के साथ मिलकर लाखो रुपये की ठगी कर चुके है। इनका अपराध क्षेत्र नोएडा दिल्ली एनसीआर सहित सम्पूर्ण भारत है। अभियुक्तगण द्वारा फिशिंग वेबसाईट www.mahalaxmicarrental.in बनवाकर गूगल ऐड /एसईओ के माध्यम से प्रचार किया जाता है, जिसमें रेन्ट पर कार लेने के इच्छुक व्यक्ति बुकिंग हेतु अपना आवेदन/रजिस्ट्रेशन करते है। जिससे उनका मोबाईल नम्बर, नाम व बुकिंग डेस्टीनेशन आदि की डिटेल वैबसाइट पर सुरक्षित हो जाती हैं। इसके उपरान्त अभियुक्तगण वैबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने वाले ग्राहकों को बुकिंग अमाउंट के लिये इसी बैबसाइट पर 101 रुपये की ट्रांजेक्शन करने के लिये कहते हैं। फिशिंग वैबसाइट पर इस ट्रांजेक्शन के बहाने ग्राहकों के डेबिट कार्ड/ क्रेडिट कार्ड नम्बर, सीवीवी नम्बर, एक्सपायरी डेट आदि डिटेल अभियुक्तगण को मिल जाती है। उक्त 101 रूपये की ट्रांजेक्शन फेल हो जाने पर अभियुक्तगण ग्रहकों को फिर काल करते है तथा वाटसअप के माध्यम से एपीके फाईल भेजकर महालक्ष्मी की ऐप डाउनलोड यह बोलकर कराते है कि आपको बुकिंग में छूट मिल जायेगी। इस एपीके फाईल में एसएमएस फारवर्डिग की स्क्रिप्ट होती जिससे इन व्यक्तियों के माबाईल पर आने वाले सभी एसएमएस अभियुक्तगण को प्राप्त हो जाते है। जिससे ग्राहकों/उपभोक्ताओं के डेबिट कार्ड/ क्रेडिट कार्ड से फोनपे/ पेटीएम/ क्रेड आदि पेमेंट गेटवे के माध्यम से पैसा फर्जी बैंक खातो में ट्रांसफर कर निकाल लेते है।अभियुक्तगण शातिर किस्म के जालसाज अपराधी हैं।जिनके विरुद्ध पुलिस ने आवश्यक वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।