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मां की हत्‍या में बेटे पर एफआइआर दर्ज, पिता से हुआ आमना-सामना; उसे नहीं था कोई खौफ

पीजीआई थाने में मां की गोली मारकर हत्या करने वाले नाबालिग से पिता का आमना-सामना हुआ। पिता के मुंह से सिर्फ इतना निकला कि बेटे तुने ये क्या किया…। फिर आंखो से आंसू निकलने लगे। जबकि नाबालिग आरोपी अपने पिता को एकटक देखता रहा। उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे। कुछ देर बाद उसने पिता से बोला कि तुम भी तो ध्यान नहीं देते थे। नाबालिक बेटे को अपनी मां की हत्या का कोई गम नहीं था। वहीं पुलिस ने मृतका की सास की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज किया। नाबालिग आरोपी को बाल संरक्षण गृह मोहान रोड भेज दिया।

मूलरुप से बनारस के रहने वाले नवीन सिंह सेना में जेसीओ के पद पर तैनात है। उनकी इस समय आसनसोल में पोस्टिंग है। पीजीआई के पंचमखेड़ा स्थित यमुनापुरम कालोनी में वह परिवार केसाथ रहते थे। परिवार में पत्नी साधना, 17 साल का बेटा और 7 साल की बेटी थी। शनिवार रात करीब 3 बजे बेटे ने पिता की लाइसेंसी पिस्तौल से मां की गोली मारकर हत्या कर दी। इस वारदात का खुलासा मंगलवार देर रात करीब 9.30 बजे हुआ। नाबालिग को पुलिस थाने लेकर गई। जहां उससे पूछताछ की गई।

उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म भी कुबूल कर लिया। मात्र 17 साल की उम्र में मां से इतनी नफरत थी कि उसके साथ रात में सोया। फिर नींद खुली तो पिता की लाइसेंसी पिस्तौल से गोली मार दी। हत्या के बाद तीन दिन तक मां के शव को ऐसे ही पड़े रहने दिया और उसे केमिकल से गलाने का प्रयास किया। इसके बाद मामला सामने आया तो पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश कीण् यह सब किया सिर्फ इसलिए कि मां पबजी गेम खेलने से मना करती थी और पढऩे को कहती थीं। राजधानी में हुई इस घटना से उन सभी पेरेंट्स को सावधान रहने की जरूरत है, जिनके बच्चे पबजी या फिर किसी ऐसे ही ऑनलाइन गेम के एडिक्ट हैं।

पूरा परिवार परेशान था बेटे से
हत्यारोपी बेटे की संगत से पूरा परिवार परेशान था। कई बार उसे ननिहाल भेजा गया, लेकिन वहां से भी उसकी हरकतों के चलते उसे कुछ समय बाद वापस कर दिया गया। कई स्कूलों से भी उसका नाम काटा गया। किसी तरह साउथ सिटी के एक स्कूल में उसका एडमिशन 10वीं में कराया गया था। एक साल पहले वह घर से भी भाग गया था और जब पैसे खत्म हो गए तो वह वापस घर आ गया था। आस-पास में रहने वाले लोगों का कहना है कि अक्षांश दिन भर मोबाइल पर पबजी गेम व क्रिकेट खेलता था। उसे लेकर मां साधना अक्सर उसे डांटती थी। कई बार उसे रोड पर पीटा भी था। पड़ोसियों का कहना है कि मां साधन बहुत सोशल थी और अक्सर लोगों की मदद करती थीं। उसने अपने बच्चों को स्कूल से लाने व जाने के लिए स्कूटी भी खरीदी थी और उसी से चलती थीं।

पिता से बोला तुम भी तो नहीं देते थे ध्यान
साधना की मौत की जानकारी पाकर बुधवार को आसनसोल से नवीन सिंह लखनऊ स्थित आवास पहुंचे। तब जाकर बेटे को पुलिस थाने ले जा चुकी थीं। आर्मी मैन नवीन थाने पहुंचे और बेटे से पूछा तुमने ऐसा क्यों किया तो उसका जवाब था कि तुम भी तो मुझ पर ध्यान नहीं देते थे। मां आए दिन मुझे भूखा रखती थीं। मारती थी और चोरी का गलत इल्जाम भी लगाया था। जबकि जिस पैसों की चोरी का आरोप लगाया था, वह पैसे अलमारी में ही रखी थे और बाद में उन्हें मिल भी गए थे। मां ने मेरी एक न सुनी और हाथ भी जला दिया था।

एक गोली कनपटी पर मारी थी गोली
सेना के जेसीओ नवीन सिंह की मां मिर्जा देवी ने पोते के खिलाफ  पीजीआई थाने में बहू की हत्या का केस दर्ज कराया है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साधन के सिर में एक गोली आर-पार होना बताया जा रहा है। नवीन सिंह की मां अपने छोटे बेटे के साथ इंदिरा पुरम चरण भट्टड्ढा में रहती है। पोते की हरकत और बहू की हत्या से दादी मिर्जा देवी का कहना था कि उसके पूरा घर बर्बाद कर दिया। जबकि बनारस से आए नानी नानी को बेटी की मां फूट फूट कर रो रहे थे और नाती की हरकत उनके गले नहीं उतर रही थी।

रविवार को डर गया था नाबालिग, दोस्त को बुलाया
पुलिस के सामने नाबालिग बेटे ने हत्या की पूरी कहानी आराम बता दी। उससे जब पुलिस ने पूछा कि तीन दिनों में डर नहीं लगा। तो इसका जवाब देते हुए कहा कि रविवार देर रात को डर लग रहा था। इस लिए मां के कमरे को बंद कर दिया। फिर अपने दोस्त को कॉल कर बताया कि मां बाहर गई है। वह बहन के साथ घर पर है। दोनों डर रहे है, तुम आ जाओ। इस पर उसका दोस्त पूरी रात वहां आरोपी व उसकी बहन के साथ रहा। सुबह वह अपने घर चला गया। इस दौरान उसने अपनी बहन को धमकी दी थी कि उसके दोस्त से कोई बात नहीं करेगी।

मां के मोबाइल पर मैसेज का देता था जवाब
रविवार को नवीन ने साधना के मोबाइल पर कई बार कॉल किया। इस दौरान कॉल रिसीव नहीं हुई। लेकिन लगातार पिता की कॉल आता देख आरोपी नाबालिग ने व्हाट्सएप पर जवाब देना शुरू किया। वह अपनी मां के शब्दों में नवीन को जवाब देता रहा। कहा कि आपसे बात नहीं करूंगी। नाराज हूं। यही हाल सोमवार को भी नवीन के हर कॉल का जवाब मेसेज के जरिए देता रहा। नवीन भी यही समझ रहा था यह जवाब साधना दे रही थी। लेकिन मंगलवार की शाम को आरोपी बेटे ने पिता को फर्जी कहानी बनाकर कॉल की। वहीं पूरी वारदात सुना दी।

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