शराब माफिया मनोज जायसवाल पर मेहरबान हुआ आबकारी विभाग, पत्नी और भाई के लाइसेंस किए रिन्यू
शराब माफियाओं पर एसटीएफ व एसआईटी तेजी से कार्रवाई में जुटी है, लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी माफिया पर दया कर रहे हैं. शराब माफिया मनोज जायसवाल व प्रणय अनेजा के परिवार व भागीदारों की दुकानों व बार के लाइसेंस रद्द करने की बजाय नवीनीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उनकी आधी फीस भी जमा करा दी गई है। उन्हें 22 फरवरी तक पूरी फीस जमा करनी है। शराब माफिया जेल में हैं, लेकिन उनका काला कारोबार बदस्तूर जारी है.
आबकारी विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए शराब की दुकानों एवं बारों के लाइसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया संचालित की जा रही है। दुकानें जहां लोगों को नुकसान हो रहा है। ऐसी दो दर्जन से अधिक दुकानों को छोड़ दिया गया है। उन पर लॉटरी है, लेकिन शराब माफिया मनोज जायसवाल की पत्नी कनुप्रिया जायसवाल, भाई नीरज जायसवाल, विशाल जायसवाल और उनकी अन्य दुकानें, प्रणय अनेजा और उनके परिवार के नाम पर होटल, बटलर प्लाजा, सुभाषनगर में बीडीए कार्यालय के पास बार और राजेंद्रनगर लाइसेंस नवीनीकरण किया जा रहा है। माफिया के साथियों और परिवार वालों ने इसकी फीस जमा कर दी है. 22 फरवरी आखिरी तारीख है। शराब माफिया ने लाइसेंस शुल्क के लिए 25,000 रुपये के टोकन मनी के साथ पूरे फॉर्म ऑनलाइन अपलोड किए हैं। आबकारी विभाग ने कागज की जांच पूरी कर ली है।
22 फरवरी को दुकानों का नवीनीकरण होगा
आबकारी जांच में दस्तावेज सही पाए गए तो दुकान व बार का लाइसेंस लेने वालों को आधी फीस जमा करनी पड़ी। 25 जनवरी से 7 फरवरी तक लाइसेंस शुल्क जमा कर कागजात की औपचारिकताएं पूरी की जानी थी। आबकारी अधिकारियों ने भी इसके लिए कुछ समय बढ़ाया है। अब 22 फरवरी तक औपचारिकताएं पूरी करनी हैं।