कलंक के खिलाफ : डीएसओ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल
सहारनपुर। इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड (आइओसी) की पाइप लाइन काटकर तेल चोरी करने वाले गिरोह का साथ देने के आरोप में गिरफ्तार मुजफ्फरनगर जिले के डीएसओ को शनिवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। एसएसपी का कहना है कि डीएसओ कार्यालय मुजफ्फरनगर में तैनात कई कर्मचारियों की अभी गोपनीय जांच चल रही है।
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि सरसावा और एसओजी टीम आइओसी की पाइन लाइन काटकर पेट्रोल-डीजल चोरी करने वाले गिरोह के सदस्य शुभम, संदीप, गुरमीत, अजय, भूपेंद्र, शुभम, अजीत, उदित कुमार, श्रीराम कन्नौजिया, कुशलवीर, इकराम, शाहनवाज उर्फ शहजाद समेत 12 लोगों को जेल भेज चुकी है। उदित कुमार भोपा में बायो-डीजल पंप चलाता था और डीएसओ मुजफ्फरनगर का चपरासी श्रीराम कन्नौजिया उदित से हर माह 30 हजार की रिश्वत लेता था।
एसएसपी ने बताया कि जांच में डीएसओ मुजफ्फरनगर बृजेश कुमार शुक्ला भी कई बायो-डीजल पंपों से श्रीराम कन्नौजिया के जरिए हर माह रिश्वत वसूलते थे। डीएसओ को पता था कि इन पंपों पर चोरी का तेल बेचा जा रहा था। उन्हें तेल चोरी करने वाले गिरोह का भी पता था। एसएसपी ने बताया कि शुक्रवार रात गिरफ्तार किए गए डीएसओ को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस मामले में प्रीतम उर्फ कल्लू निवासी कुआखेड़ा गांव थाना लक्सर जिला हरिद्वार (उत्तराखंड) को भी जेल भेजा गया है।
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि वर्ष 2015 में डीएसओ बृजेश कुमार शुक्ला शाहजहांपुर जिले के डीएसओ थे। उस समय उन्होंने वंडा थानाक्षेत्र के अगरोली गांव में स्थित मैसर्स प्रकाश फ्यूल सेंटर नामक पेट्रोल पंप का लाइसेंस निरस्त कर दिया था। लाइसेंस बहाल करने के नाम पर पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जबकि कागजों में कोई कमी नहीं थी। पंप मालिक ने एंटी करप्शन को सूचना देकर डीएसओ को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़वा दिया था। इसका मुकदमा शाहजहांपुर के सदर बाजार थाने में दर्ज हुआ था। डीएसओ वर्तमान में मुजफ्फरनगर जिले की योगेंद्रपुरी कालोनी में रहते हैं।