Delhi Train Accident: मालगाड़ी की दुर्घटना में सामने आई बड़ी लापरवाही, हादसे से हुआ लगभग एक करोड़ का नुकसान
नई दिल्ली। पटेल नगर-दयाबस्ती रेलखंड पर जखीरा फ्लाईओवर के पास मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में बड़ी लापरवाही की बात कही जा रही है।
दुर्घटना की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के अनुसार माल लदान में तय मानक का पालन नहीं किया। इस लापरवाही के कारण यह दुर्घटना हुई है, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई। इससे रेलवे को आर्थिक नुकसान होने के साथ ट्रेन परिचालन भी बाधित हुई।
इससे रेलवे संरक्षा उपायों पर भी प्रश्न खड़े होते हैं। शनिवार को मुंबई से चंडीगढ़ जा रही मालगाड़ी जखीरा फ्लाईओवर के पास दुर्घटना होग्रस्त हो गई थी। इसके 11 वैगन पटरी से उतर गए थे, जिसकी चपेट में आकर कचरा उठाने वाले एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
सही तरीके से नहीं ट्रैक का रखरखाव
इस मालगाड़ी से स्टील शीट के रोल ले जाया जा रहा था। दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए रेलवे ने समिति गठित कर दी है। मौके पर की गई प्राथमिक जांच में गलत तरीके से लोहे की शीट रोल रखे गए थे। इससे वैगन को नुकसान पहुंचा, जिससे दुर्घटना की संभावना जताई गई है। ट्रैक के रखरखाव भी सही तरह से नहीं होने की बात कही जा रही है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक जांच रिपोर्ट में वाणिज्य व इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही सामने आ रही है। माल लदान और ट्रैक के रखरखाव में रेलवे बोर्ड के नियमों का सही तरह से पालन नहीं किया गया है। इस कारण दुर्घटना हुई है। इससे रेलवे को लगभग एक करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
प्रतिबंधित वैगन का किया गया उपयोग
अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आरडीएसओ की सलाह के अनुसार रेलवे बोर्ड ने पिछले वर्ष जनवरी में सभी क्षेत्रीय रेलवे को बाक्स एनएचएल वैगन (एक तरफ से खुले हुए वैगन) में स्टील ले जाने पर रोक है। इस आदेश का पालन नहीं किया गया।
कई वैगन में स्टील शीट के रोल भी सही तरह से नहीं रखे गए। वहीं, वाणिज्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दुर्घटना के पहले मालगाड़ी लगभग 14 सौ किलोमीटर की दूरी तय की थी। यदि गलत तरह से स्टील शीट के रोल जाते तो पहले ही समस्या आती।
शुरू हुई ट्रेनों की आवाजाही
दुर्घटना के बाद पटरी से उतरे वैगन को हटाने का काम रविवार दोपहर तक पूरा कर लिया गया था। अधिकारियों का कहना है कि रविवार शाम चार बजे तक ट्रैक ठीक कर पटेल नगर-दयाबस्ती रेलखंड पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू कर दी गई थी। इस रेलखंड से प्रतिदिन डेढ़ सौ से अधिक मालगाड़ियों व कुछ ट्रेनों का परिचालन होता है।