अपराधियों ने दिनदहाड़े लूट की घटना को अंजाम देकर पुलिस को दी खुली चुनौती

सीवान। जिले के सराय थाना क्षेत्र में अपराधियों ने दिनदहाड़े लूट की घटना को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दी है। शनिवार दोपहर हरदिया मोड़ स्थित देव होंडा एजेंसी के सामने दो मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) से चार लाख रुपये लूट लिए गए। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और स्थानीय दुकानदारों में दहशत फैल गई।
पीड़ितों की पहचान चांप निवासी नीरज कुमार और विजय कुमार के रूप में हुई है। दोनों मेडिकल फील्ड में काम करते हैं और विभिन्न कंपनियों के पैसे कलेक्ट कर बैंक में जमा करते हैं। शनिवार को वे एसबीआई बाजार शाखा बबुनिया मोड़ से पैसे निकालकर घर लौट रहे थे, तभी बाइक सवार अपराधियों ने उन्हें निशाना बनाया।
कैसे हुआ लूटकांड?
पीड़ित नीरज कुमार ने बताया कि उसे तीन लाख रुपये और विजय को एक लाख रुपये चेक के जरिए मिले थे। बैंक से निकासी के बाद वे दोनों बाइक से अपने गांव चांप लौट रहे थे। जैसे ही वे देव होंडा एजेंसी के सामने पहुंचे, पीछे से एक नीले रंग की पल्सर बाइक पर सवार दो अपराधी आए और बैग छीनने लगे। जब पीड़ितों ने विरोध किया और बाइक से पीछा करने की कोशिश की, तो पीछे बैठे अपराधी ने पिस्तौल निकाल ली और गोली चलाने की धमकी दी। डर के कारण दोनों रुक गए और बदमाश भागने में सफल रहे। हालांकि कुछ ही दूरी पर हरदिया मोड़ पर ट्रैफिक जाम था, जिससे वे आगे नहीं बढ़ पाए।
फिर कैसे भागे अपराधी?
जब अपराधी ट्रैफिक में फंस गए, तो पीड़ितों ने उन्हें दोबारा आते देखा और ईंट उठाकर फेंकने की कोशिश की। लेकिन इससे पहले कि वे कुछ कर पाते, बदमाशों ने फिर से पिस्तौल निकाल ली और हवा में लहराकर तरवारा मोड़ की तरफ फरार हो गए। पीड़ितों ने तुरंत शोर मचाया, लेकिन तब तक अपराधी गायब हो चुके थे। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही सराय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
व्यापारियों में दहशत, सुरक्षा पर सवाल
इस लूटकांड के बाद स्थानीय दुकानदारों और व्यापारियों में भय का माहौल है। जिस जगह यह घटना हुई, वहां एक बैंक, बाइक एजेंसी और कई बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान स्थित हैं। लोगों का कहना है कि इस इलाके में पहले भी चोरी और लूट की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस की गश्ती और सुरक्षा इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी जब चाहें, दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
क्या अपराधियों की रेकी थी?
पीड़ितों के बयान के अनुसार, वे बैंक से पैसे निकालने के बाद ललन कॉम्प्लेक्स में करीब आधे घंटे रुके थे। आशंका जताई जा रही है कि अपराधी पहले से उन पर नजर रखे हुए थे और मौका मिलते ही उन्होंने हमला कर दिया।
पुलिस का दावा है कि अपराधियों की तलाश तेज कर दी गई है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों के बयान के आधार पर अपराधियों की पहचान की जा रही है।