बसपा की उम्मीदवारों के चयन को लेकर बैठक आज, मायावती को भरोसा बनेगी बीएसपी की सरकार
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर चुनावी बिगुल बज चुका है। इसके साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुट गई हैं। प्रदेश में 7 चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होना है। ऐसे में यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने उम्मीदवारों के फाइनल चयन को लेकर पदाधिकारियों की बेहद अहम बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि मायावती जल्द ही प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर सकती हैं।
लखनऊ के बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर पदाधिकारियों के साथ बैठक करने से पहले बसपा सुप्रीमो ने प्रेस वार्ता कर सभी पांच राज्यों में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की चुनाव आयोग से मांग की। मायावती ने कहा कि इन सभी राज्यों की जनता में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के प्रति विश्वास को कायम करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि चुनाव आयोग अपने आदर्श आचार संहिता को पूरी सख्ती से लागू कराने के लिए ठोस कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में हुए चुनाव के दौरान हर प्रकार की धांधली करने और सत्ता और धर्म का चुनावी स्वार्थ के लिए अनुचित इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति काफी घातक रूप में बढ़ी है। इससे चुनाव काफी प्रभवित होता है।
चुनाव आयोग का कानूनी खौफ जरूरी- मायावती
बीएसपी सु्प्रीमो ने कहा कि पिछले कुछ चुनावों में कोरोना के अति प्रकोप में भी रैलियों और रोड शो के जरिए चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया गया। उससे पूरा देश हैरत में है। साथ ही पिछले कुछ सालों से चुनावों को विशेषकर धार्मिक रंग देकर जिस प्रकार से संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति की जा रही है तो उस पर भी चुनाव आयोग को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। और इन मामलों में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का निष्पक्षता के साथ बिना भेदभाव के कानून के मुताबिक काम कराने को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि सरकारी मशीनरी में चुनाव आयोग का कानूनी खौफ जरूर कायम रहे। तभी यहां चुनाव सही से सम्पन्न हो पाएंगे।
मायावती ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा
मायावती ने कहा कि बीएसपी एक अनुशासित पार्टी है। वो आदर्श आचार संहिता को सख्ती से पालन करने की हिदायत अपनी पार्टी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को हमेशा देती रहती है। उन्होंने कहा कि बीएसपी की सरकार में कानून का राज चलता रहा है जिसका मुकाबला यहां की कोई पार्टी नहीं कर पाई है। वहीं विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि दूसरी पार्टियों की रही सरकारों में हर सरकार अपनी पार्टी के आपराधिक तत्वों को बचाती है और केवल दूसरो के खिलाफ़ ही पक्षपातपूर्ण कार्रवाई करती है।