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बाबुओं ने डायट प्राचार्य के फर्जी हस्ताक्षर कर 62 लाख निकाले

चांदपुर क्षेत्र के गांव इस्माईलपुर स्थित डायट में लिपिक ने बैंक की चेकबुक चोरी कर प्राचार्य के फर्जी हस्ताक्षर कर 62.12 लाख रुपये का गबन कर लिया। बिना बिल के दोनों बाबू दो साल तक पैसा निकालते रहे। संयुक्त शिक्षा निदेशक की जांच में मामले का खुलासा हुआ है। दोनों बाबुओं को सस्पेंड कर दिया गया है और बैंक खाता भी सीज हो गया है। दोनों बाबुओंं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।

चांदपुर क्षेत्र के गांव इस्माईलपुर में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान है। यहां पर बीटीसी और विभिन्न प्रशिक्षण कराए जाते हैं। डायट को शासन से ट्रेनिंग और खाने-पीने आदि की मद में मोटा बजट मिलता है। कुछ समय पहले डायट में वित्तीय अनियमितताएं पकड़ी गई थीं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संयुक्त शिक्षा निदेशक मुरादाबाद ने मामले की जांच बैठाई थी। मार्च 2020 से 11 अप्रैल 2022 तक खाते से हुए वित्तीय लेनदेन की जांच-पड़ताल की गई। इस दौरान बैंक द्वारा डायट के खाते के लिए जारी हुई दो चेकबुक गायब मिलीं, जबकि इनके चेक से खाते से पैसा निकाला गया था। डायट के खाते से 62 लाख 12 हजार 449 रुपये निकाले गए। बिना बिल के ही खाते से ये पैसा निकाला गया था। जांच में दो बाबुओं राहुल कुमार और वत्सल भंडारी के नाम सामने आए, जिन्होंने पैसे निकाले। दोनों बाबुओं को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। राहुल कुमार इस समय अमरोहा जिले में तैनात हैं और वत्सल भंडारी की तैनाती डायट इस्माईलपुर में ही है। विभाग ने एहतियात बरतते हुए विभाग के बैंक खाते को सीज करा दिया है। डायट प्राचार्य बिजेंद्र सिंह ने बताया कि शासन स्तर से करवाई की गई है। इनके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई जाएगी।

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