कानपुर में बोले असदुद्दीन ओवैसी- मेरी मस्जिद शहीद हो गई और आखें मूंदे रहीं सपा-बसपा-कांग्रेस
AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी लगातार बीजेपी समेत तमाम विपक्षी दलों पर निशाना साध रहे हैं. कानपुर के जीआईसी ग्राउंड में समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर उन्होंने जोरदार हमला बोला. बाबरी मस्जिद को लेकर भी यहां सपा-BSP पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सीबीआई कोर्ट ने फैसला दिया कि बाबरी मस्जिद को ढहाने का कोई भी मुलजिम नहीं है. हमने पार्लियामेंट में पूछा कि सीबीआई ने अपील क्यों नहीं की. किसने तोड़ा बाबरी मस्जिद को? क्या कोई समाजवादी का बोल सका, क्या कोई बीएसपी का बोल सका, क्या कोई कांग्रेस का बोल सका?
उन्होंने आगे कहा, “मैंने पूछा था कई लोगों से कि आखिर आपने इसकी बात क्यों नहीं उठाई. तो नजरें झुका लिए, मैं समझ गया क्योंकि मस्जिद मेरी शहीद हुई थी, इनकी नहीं हुई थी. मेरी मस्जिद को शहीद किया गया था. मस्जिद को शहीद करने वालों ने मस्जिद को शहीद किया, लेकिन उन्होंने हिंदुस्तान की बुनियादों को कमजोर कर दिया.”
AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए आजम खान के जेल में होने का मुद्दा उठाया. उन्होंने पूछा भैंस और बकरी चोरी में आजम खान जेल में हैं तो अखिलेश बाहर क्यों है. कोई बताए आखिर अखिलेश और मोदी का क्या रिश्ता है. इतनी मोहब्बत क्यों है. मोदी की सीबीआई सिर्फ मुस्लिमों के पीछे क्यों लगती है. यूपी की सरकार में अगला डिप्टी सीएम मुस्लिमों का होना चाहिए.
मुस्लिम बाहुल चुन्नीगंज में जनसभा में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा उत्तर प्रदेश में पार्टी 100 सीटों पर लड़ेगी. बाकी सीटों पर छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करेगी. हमारा चुनाव लड़ने का मकसद मुस्लिमों को उनका हिस्सा दिलाना है. सभी जातियों के उनके नेता हैं, लेकिन मुस्लिमों का कोई नेता नहीं है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पानी की कीमत है, लेकिन मुसलमान के जान की नहीं है. कानपुर के मनीष हत्याकांड का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मनीष के परिवार को सपा, बीजेपी ने लाखों रुपए दिए. पत्नी को सरकारी नौकरी दी गई. लेकिन सीएए आंदोलन में तीन मुस्लिम युवक मारे गए उनके घर कोई नहीं पहुंचा.