अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रा ने अदानी ट्रांसमिशन पर किया 13,400 करोड़ का दावा, समझौते के उल्लंघन का आरोप
पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस को अधिग्रहण मामले में देश की दो बड़ी कंपनियां आमने-सामने हैं। इस मामले में देश के बड़े उद्योगपति अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Reliance infrastructure ltd) और दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (Adani Transmission) आमने सामने हैं।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने पावर डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस के अधिग्रहण के प्रस्ताव में हीला-हवाली और सौदे की शर्तों के उल्लंघन के लिए अदानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के खिलाफ 13,400 करोड़ रुपये (1.7 बिलियन डॉलर) का दावा किया है।
लाइवमिंट की खबर के अनुसार, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का आरोप है कि मुंबई बिजली वितरण व्यवसाय के हस्तांतरण से जुड़े के शेयर खरीद समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया गया है। कंपनी ने अब मुंबई अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (एमसीआईए) का दरवाजा खटखटाया है। बता दें, मुंबई अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र उद्देश्य वाणिज्यिक विवादों का मध्यस्थता के जरिए निपटारा करना है।
अदाणी समूह ने 2017 में 18,800 करोड़ रुपये के सौदे में रिलायंस इंफ्रा (तत्कालीन रिलायंस एनर्जी) के मुंबई बिजली कारोबार का अधिग्रहण किया था। इस सौदे से अदाणी समूह को बिजली वितरण व्यवसाय मजबूती मिली। इस समय अदाणी ट्रांसमिशन भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की ट्रांसमिशन और बिजली वितरण कंपनी बन गई है।