भूस्खलन की चपेट में आने से एक जवान की मौत, 5 दिन बाद शव बरामद; महाराष्ट्र के रहने वाले थे शहीद
तेजपुर: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में एक अभियान के दौरान भारी हिमपात के कारण भूस्खलन की चपेट में आने से भारतीय सेना के एक जवान की मौत हो गयी. सूत्रों ने कहा कि त्रासदी तब हुई जब 27 मार्च की सुबह भूस्खलन से 6 से 7 फीट तक भारी मलबा जमा हो गया. गुवाहाटी बेस रक्षा विभाग के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कहा कि जवान ऊपर से गिर गया और पेड़ों, चट्टानों के बीच मलबे में फंसा गया. घटना के दौरान, बाकी सैनिक बिना किसी गंभीर चोट के भागने में सफल रहे, जबकि सूबेदार ए एस धगल मलबे में फंस गए थे. उन्हें खोजने के लिए तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था.
मलबे के भारी ढेर होने के कारण शुरू में खोज अभियान में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. हालांकि, सेना के जवानों ने हिम्मत दिखाते हुए आखिरकार सूबेदार के शव को बाहर निकाला. सूत्रों ने बताया कि चट्टानों पर गिरने के बाद घायल हुए जवान की मौत हो गई. सेना की कई टीमों और विशेषज्ञ उपकरणों द्वारा चार दिनों की व्यापक खोज के बाद शनिवार सुबह करीब 10:50 बजे सूबेदार धगले का शव भूस्खलन स्थल से बरामद किया गया.
शव को तवांग जिला अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. सूबेदार ए एस धगले महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के रहने वाले थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं. सेना के सूबेदार के पार्थिव शरीर को उनके गृह नगर भेजा जाना है. इससे पहले तवांग में पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया गया. रक्षा प्रवक्ता रावत ने कहा कि उनका पार्थिव शरीर रविवार को घर भेजा जाएगा. सूबेदार के परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं.