अरुणाचल में 15 उग्रवादियों ने किया आत्मसमर्पण, हथियारों के साथ गोला-बारूद भी सौंपा
ईटानगर। संगठन के अध्यक्ष तोशा मोसांग के नेतृत्व में ईस्टर्न नगा नेशनल गवर्नमेंट (ईएनजी) से जुड़े कुल 15 उग्रवादियों ने रविवार को एक समारोह में अरुणाचल प्रदेश सरकार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जमा कर दिए। राज्य के तीन पूर्वी जिलों तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग में सक्रिय उग्रवादियों ने मुख्यमंत्री पेमा खांडू की उपस्थिति में यहां राज्य पुलिस मुख्यालय में एक ‘घर वापसी समारोह’ में अपने हथियार और गोला बारूद डाले।
समारोह को संबोधित करते हुए खांडू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में केंद्र सरकार उन सभी दिग्भ्रमित व्यक्तियों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने किसी न किसी कारण से सत्ता के खिलाफ हथियार उठा लिए हैंै। उन्हें सामान्य और बेहतर जीवन जीने में मदद की जाएगी।
उन्होंने कहा, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। शांति, संवाद और प्रतिबद्धता हर समस्या का समाधान है।
‘गुमराह’ उग्रवादियों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि उनके मुख्यधारा में शामिल होने से उन लोगों को प्रेरणा मिलेगी, जो अब भी हिंसा और आतंक का रास्ता छोड़ने के लिए भूमिगत हैं।
खांडू ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा से एक शांतिपूर्ण राज्य रहा है और उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि ऐसा बना रहे।
उन्होंने कहा, आपके (ईएनजी कैडर) सामान्य जीवन में घर लौटने के साथ अरुणाचल प्रदेश ने शांति की दिशा में एक बड़ी छलांग लगाई है। मुझे उम्मीद है कि आपके इस कदम से दूसरों के लिए घर वापस आने के दरवाजे खुलेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनके पुनर्वास के साथ-साथ उनकी आजीविका को सुगम बनाने के लिए राज्य सरकार की अंडरग्राउंड सरेंडर पॉलिसी है।
उन्होंने कहा, इस वित्तवर्ष (2023-24) में हमने पथभ्रष्ट युवाओं को हिंसा छोड़ने और विकास के भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 5 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। हम आत्मसमर्पण करने वाले कैडरों को राज्य और देश में उनके सार्थक योगदान के लिए मुख्यधारा में शामिल होने का आश्वासन देते हैं।
उन्होंने विद्रोहियों का पीछा करने, उन्हें आत्मसमर्पण करने और सामान्य जीवन फिर से शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने में असम राइफल्स और राज्य पुलिस की भूमिका की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि बल मानवीय स्पर्श के साथ क्षेत्र में उग्रवाद को रोकने के अपने प्रयास जारी रखेंगे।
समारोह में उपमुख्यमंत्री चाउना मीन, गृहमंत्री बमांग फेलिक्स, मुख्य सचिव धर्मेद्र, पुलिस महानिदेशक सतीश गोलछा, असम राइफल्स, उत्तर के महानिरीक्षक, मेजर जनरल विकास लखेरा और अन्य अधिकारी मौजूद थे।