महराजगंज में बड़ा हादसा, निर्माणाधीन छत ढहने से 10 मजदूर दबे; 2 की मौत
महराजगंज जिले के कोल्हुई थाना क्षेत्र के रुद्रपुर शिवनाथ में बुधवार को एक बड़ा हादसा हो गया। एक निर्माणाधीन मैरेिज हॉल की छत लगाने के दौरान शटरिंग सहित पूरा मलबा भरभराकर नीचे गिर गया। उसके नीचे दबकर तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि पांच मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए बचाव और राहत कार्य में तेजी, घायलों के समुचित इलाज और मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। राहत और बचाव कार्य अभी चल रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बुधवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे के करीब निर्माणाधीन मैरेज हॉल की छत लग रही थी। इस दौरान कुछ मजदूर नीचे से थोक लगा रहे थे कि इसी बीच गिट्टी और मसाले की पहली खेप छत पर पड़ते ही छत एक तरफ से ढहने लगी। छत के ऊपर और नीचे मौजूद मजदूर कुछ समझ पाते कि तब तक छत व दीवार सहित पूरा मलबा भरभरा कर नीचे गिर गया। छत पर मौजूद राजगीर मिस्त्री व मजदूर भी मलबे के नीचे दब गए। जेसीबी और कटर की मदद से मलबे के नीचे दबे मजदूरों को आठ घंटे की मशक्कत के बाद निकाला जा सका। घायलों को सीएचसी लक्ष्मीपुर पहुंचाया गया। वहां पिपरा परसौनी निवासी यश कुमार (21) और रमाशंकर भारती (30) और बेलवा खुर्द निवासी नीरज (25) को मृत घोषित कर दिया गया। एक मजदूर को प्राथमिक इलाज के बाद घर भेज दिया गया। बाकी घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मौके पर डीएम अनुनय झा, एसपी सोमेन्द्र मीना ने राहत-बचाव कार्य की मानिटिरंग शुरू की। एसडीआरएफ की टीम बुला ली गई है। रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था।
मैरिज हॉल मालिक और शटरिंग ठेकेदार की लापरवाही दो हिरासत में
हादसे के बाद मैरेज हॉल मालिक मौके से फरार हो गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ प्रशासन ने पूरे मामले की जांच भी शुरू करा दी है। डीएम अनुनय झा ने बताया कि हादसे में मैरेज हॉल मालिक और शटरिंग ठेकेदार की प्रथमदृष्टया लापरवाही सामने आ रही है। दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। पूरे मामले की जांच कराकर विधिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि हर सरकारी सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री दुर्घटना बीमा योजना के तहत पांच पांच लाख की सहायता पीड़ित परिवार को दी जाएगी। मौके पर एसडीआरएफ व पुलिस प्रशासन की टीम रेस्क्यू में जुटी है।
घटना का सीएम ने लिया संज्ञान
हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे डीएम अनुनय झा ने मातहतों को बचाव व राहत कार्य में तेजी का निर्देश दिया। डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मामले को संज्ञान में लेते हुए बचाव में तेजी लाने, घायलों को समुचित इलाज व मृतक परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने का निर्देश दिया है।