यमुना एक्सप्रेसवे: कोहरे के कारण लगा प्रतिबंध हटा, अब 100 किमी प्रति घंटे से चलेंगे वाहन
यमुना एक्सप्रेसवे पर अगले हफ्ते से वाहनों की तेज गति की निगरानी कर चालान किए जाएंगे। परिवहन विभाग को चुनाव के दौरान कुछ दिनों के लिए इंटरसेप्टर मिला था। वाहनों के अधिग्रहण में व्यस्तता के कारण काफी कम चालान हुए थे।
यमुना एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहनों की 80 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित है। इससे तेज गति में दौड़ते वाहनों की गति इंटरसेप्टर से रिकॉर्ड करके चालान किए जाते हैं। इसके अलावा वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबित किया जाता है। जो वाहन अन्य जिलों के हैं, वहां के परिवहन विभाग को चालक के डीएल निलंबन की संस्तुति भेजी जाती है। ड्राइविंग लाइसेंस एक से तीन माह के लिए निलंबित किए जाते हैं।
एआरटीओ प्रवर्तन दीपक कुमार शाह ने बताया कि चुनाव के दौरान इंटरसेप्टर मिला था। उन्होंने कहा कि इंटरसेप्टर की मांग की जा रही है, ताकि जल्द से जल्द अभियान शुरू किया जा सके। परिवहन विभाग के मुताबिक, पांच जिले गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर और मेरठ में एक इंटरसेप्टर है। समय-समय पर जिलों को इंटरसेप्टर मिलता है और वाहनों की गति की निगरानी करके चालान करने का अभियान चलाया जाता है।
अतिरिक्त बसें होली तक चलेंगी
मोरना स्थित नोएडा डिपो से लखनऊ और बरेली के लिए चलाई जा रहीं अतिरिक्त बसों की सुविधा होली तक जारी रहेगी। गाजियाबाद के कौशांबी डिपो के रास्ते ये बसें चलाई जा रही हैं। कौशांबी डिपो की बसें चुनाव ड्यूटी में लगी होने के कारण 10 मार्च तक बसें चलाई जानी थीं, लेकिन अब इसे बढ़ाने का फैसला किया गया है।
नोएडा डिपो में 163 बसें हैं। यहां से रोजाना 15 से 20 बसें लखनऊ के लिए चलाई जा रही हैं। बसें कौशांबी डिपो जाती हैं और वहां से यात्री लेकर नोएडा डिपो आती हैं। यहां से बसें लखनऊ के लिए निकलती हैं। पहले डिपो से दो बसें लखनऊ के लिए चलाई जा रही थीं। वहीं, बरेली के लिए आठ बसें चलाई जा रही हैं।
नोएडा डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नरेश पाल सिंह ने बताया कि 10 मार्च को चुनाव के नतीजे के ऐलान तक बसें चलाई जानी थीं, लेकिन अब इसे बढ़ा दिया गया है। 19 मार्च को होली है। होली की भीड़ रहने तक अतिरिक्त बस चलती रहेंगी। होली के करीब अन्य शहरों के लिए बस फेरे बढ़ा दिए जाएंगे।