देहरादून. उत्तराखंड पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने लूट की एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना से देहरादून आए दिल्ली के कुख्यात रणदीप भाटी गिरोह के तीन शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रविवार को गिरफ्तारी का दावा करते हुए कहा कि ये तीनों शूटर उत्तर प्रदेश के नोएडा में बीटू थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति का अपहरण करने और उसे जान से मारने का प्रयास करने के एक मामले में भी वांछित थे.
एसटीएफ की ओर से यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गुजरमाजरी के रहने वाले हरपाल, फरीदाबाद के गौरव कुमार चंदोला तथा उत्तर प्रदेश के बागपत निवासी गौरव कुमार को शनिवार देर रात ट्रांसपोर्ट नगर में वाहनों की जांच के दौरान गिरफ्तार किया गया. उसमें बताया गया है कि इन बदमाशों के पास से दो पिस्तौल, एक देसी तमंचा एवं 12 कारतूस बरामद हुए हैं. पुलिस के पास कुख्यात रणदीप भाटी गिरोह के कुछ शूटर के किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए देहरादून आने की सूचना थी. इसके बाद एसटीएफ ने शहर आने वाले सभी रास्तों पर चौकसी बढ़ा दी थी.
आर्म्स एक्त के तहत हुई गिरफ्तारी
विज्ञप्ति में बताया गया है कि तीनों बदमाशों की शस्त्र कानून के तहत गिरफ्तारी की गई है. उसके मुताबिक, पूछताछ में तीनों ने बताया कि तीन अक्टूबर को उन्होंने बीटू थाना क्षेत्र में सांगा पंडित नाम के व्यक्ति का अपहरण कर उसे जान से मारने का प्रयास किया था, जिसमें वे लोग वांछित चल रहे हैं.
दिल्ली में फिरौती मांग चुका है एक शूटर
पुलिस के मुताबिक, भाटी गिरोह का मुख्य शूटर हरपाल इसी वर्ष फरवरी में दिल्ली में अमन नाम के एक कॉल सेंटर संचालक का अपहरण कर 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी, जिसके लिए दिल्ली के हरी नगर थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया था. उसके अनुसार, गौरव चंदीला ने बताया कि दो साल पहले हत्या के प्रयास के एक मामले में वह भी जेल जा चुका है.
आरोपियों ने लूट की वजह बताई तंगहाली
तीनों आरोपियों ने बताया कि पैसे की तंगी चल रही थी तथा नोएडा व दिल्ली में पकड़े जाने का डर था और इस कारण बड़ी लूट करने की योजना बनाकर वे देहरादून आए थे. उन्होंने इसके लिए देहरादून में दो-तीन दिन रुक कर रेकी करके लूट करने की योजना बनाई थी. एसटीएफ ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपियों के आपराधिक इतिहास की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है. अब तक की जानकारी में पता चला है कि तीनों के विरुद्ध दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.