टॉफी खाने से दो सगी बहनों की मौत, दो की हालत गंभीर, परिजनों ने पड़ोसी पर लगाए ये आरोप
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां छत पर पड़ी जहरीली टॉफी खाने से 4 बच्चियों की हालत बिगड़ गई। जिसमें 2 सगी बहनों की प्रयागराज ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई है। जबकि दो चचेरी बहनों का प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतक बच्ची के पिता ने पड़ोसी शख्स पर जहरीली टॉफी छत पर फेंकने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करते हुए आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। घटना कड़ा धाम थाना क्षेत्र के सौरई बुजुर्ग गांव की है।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
पुलिस के मुताबिक, कड़ा धाम थाना क्षेत्र के सौरई बुजुर्ग गांव के रहने वाले राजकुमार प्रजापति मजदूरी करते हैं। बुधवार की रात वह खाना पीना खाकर परिवार सहित छत पर जाकर सो गए। गुरुवार की सुबह जब उनकी 7 वर्षीय बेटी वर्षा की नींद खुली तो उनके बिस्तर के पास टॉफी पड़ी थी। टॉफी को उठाकर वर्षा ने खुद खाया और परिवार के ही 4 वर्षीय आरुषि, 5 वर्षीय शालिनी और 7 वर्षीय साधना को भी खिलाया। टॉफी खाने के थोड़ी देर बाद चारों बच्चियों की तबीयत बिगड़ने लगी। उनके पेट में दर्द के साथ ही उल्टी और दस्त होने लगा। उल्टी और दस्त होने से बच्चियां अचेत अवस्था में होने लगी। आनन-फानन में परिजन बच्चियों को अपने निजी वाहन से इस्माइलपुर सीएससी में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में इलाज के बाद भी बच्चियों के हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया। प्रयागराज ले जाते समय रास्ते में 2 सगी बहने साधना और शालिनी की मौत हो गई।
जानिए, क्या कहना है मामले की जांच कर रहे एएसपी समर बहादुर का?
एएसपी समर बहादुर ने बताया कि थाना कड़ाधाम पुलिस को सूचना मिली की सौरई बुजुर्ग गांव में टॉफी खाने से 4 बच्चियों की तबियत खराब हो गई है। इस सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची। जांच करने पर BOVITA कंपनी के टॉफी का रैपर राजकुमार प्रजापति के घर में पड़ा मिला। पूछने पर बताया गया की राजकुमार प्रजापति की पुत्री वर्षा रानी को यह टॉफी घर के छत पर मिली। जिसको 4 बच्चियों ने मिलकर खाया था। जिसके कारण 8 वर्षीय वर्षा रानी, 4 वर्षीय आरुषि, 8 वर्षीय साधना व 7 वर्षीय शालिनी की तबियत खराब हो गई थी। जिसको ग्रामीणों की मदद से सीएससी कड़ाधाम में इलाज हेतु ले जाया गया था। तबियत में कोई सुधार ना होने पर सभी बच्चियों को जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहां भी तबियत में कोई सुधार ना होने पर तीन बच्चियों वर्षा रानी, साधना व शालिनी को इलाज के लिए प्रयागराज रेफर किया गया। जिसमे से 2 बच्ची साधना और शालिनी की रास्ते में ही मौत हो गई है। परिजनों के तहरीर पर पड़ोसी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।