अमानवीय व्यवहार- रस्सी से बांधकर लटकाने के बाद तीन घंटे तक की पिटाई, फिर प्लास से खींचा नाखून
दिल्ली। कल्याणपुरी में हत्या के प्रयास के एक मामले में रोहिणी जेल में बंद एक कैदी से अमानवीय व्यवहार किया गया। पीड़ित का आरोप है कि आपसी झगड़े में अन्य कैदियों ने जेल कर्मियों से मिलीभगत कर उसे रस्सी से लटकाकर पीटा और फिर प्लास से पैर के नाखून को निकाल लिया।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शिकायत करने पर अदालत ने मामले का संज्ञान लिया और पीड़ित का मेडिकल करवाया। साथ ही कैदी को तुरंत मंडोली जेल में भेजने का आदेश दिया। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया।
पीड़ित की पहचान चंद्रमोहन के रूप में हुई है। 2021 में कल्याणपुरी में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में पुलिस ने 18 सितंबर 2021 में उसे गिरफ्तार किया था। उसके बाद से वह जेल में बंद है। उसके पिता गोपाल ने बताया कि पहले वह मंडोली जेल में बंद था, बाद में उसे रोहिणी जेल में भेज दिया गया।
पुलिस को दिए बयान में चंद्रमोहन ने बताया कि 29 अक्तूबर 2024 को उसकी कड़कड़डूमा कोर्ट में पेशी थी। वह कोर्ट जाने के लिए वार्ड से निकला। रास्ते में मोनू नाम का कैदी मिला, जिससे उसका पहले से विवाद चल रहा है।
मोनू से झगड़ा होने पर वह उसे धक्का मारकर भाग गया। बाद में उसे जेल अधिकारी ने कोर्ट जाने के लिए ड्योढ़ी में भेज दिया। कैदी चंद्रमोहन का आरोप है कि वहां मौजूद दूसरे वार्ड के चीफ हेड वार्डर अनिल साथी वार्डर आकाश के साथ उसे वहां से लेकर ऐसी जगह पर गए, जहां कैमरा नहीं था।
आरोप है कि वहां जेल कर्मियों ने दूसरे वार्ड में बंद कैदी प्रदीप, लालू, शिवा और महेंद्र को बुलाया। उसके बाद जेल कर्मियों ने इनके साथ मिलकर उसे रस्सी से बांधकर लटका दिया और फिर दो तीन घंटों तक पिटाई की।
इस दौरान इन लोगों ने उसकी बाएं पैर की उंगली का नाखून प्लास से निकाल लिया। उसके बाद जेल कर्मियों ने उसे वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेश किया। जज ने तबीयत खराब होने की बात पूछी। इस पर उसने जेल कर्मियों और कैदियों द्वारा मारपीट करने की बात कही।