स्कूल फीस वृद्धि के खिलाफ अभिभावक संघ ने जिलाधिकारी से मिल ज्ञापन सौंपा
स्कूल फीस वृद्धि के खिलाफ एनसीआर पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने गौतमबुद्ध जिलाधिकारी महोदय से मिलकर मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी महोदय को कमर तोड़ महंगाई के साथ स्कूलों की मनमानी और फीस रेगुलेशन एक्ट से हटकर फीस बढ़ाने से अभिभावकों की परेशानी से अवगत कराया। साथ में यह भी अवगत कराया की स्कूल फीस वृद्धि के खिलाफ गत रविवार को “बूट पॉलिश” कर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन भी किया था। अभिभावकों ने जिलाधिकारी से सवाल भी किया कि क्या कोरोना खत्म हो गया जो प्रदेश सरकार ने स्कूल फीस बढ़ाने का आदेश दे दिया? और यदि खत्म ही हो गया तो कल ही प्रदेश स्तर से मास्क अनिवार्यता के लिए सरकारी घोषणा क्यों?
एनसीआर पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखपाल सिंह तूर ने कहा कि जब 07-जनवरी-2022 को, चुनाव से पहले, उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा किया था कि स्कूल फीस नहीं बढ़ाया जाएगा फिर चुनाव के बाद अप्रैल महीने में सरकार की ऐसी क्या मज़बूरी हो गयी जो फीस बढ़ाने का आदेश पारित कर दिया? क्या कोरोना खत्म हो गया? यदि खत्म हो गया तो कल मास्क अनिवार्यता के लिए सरकारी घोषणा क्यों? और यदि मास्क अनिवार्यता की सरकारी घोषणा हुयी है मतलब कोरोना अभी तक खत्म नहीं हुआ। और जब कोरोना खत्म नहीं हुआ तो स्कूल फीस में वृद्धि क्यों? क्या जनवरी में फीस ना बढ़ाने की घोषणा मात्र एक चुनावी जुमला था?
अभिभावक रोहन भगत और राहुल गर्ग ने बताया कि लगभग सभी स्कूलों ने हर साल की तरह इस साल भी अपने अपने स्कूल परिसर में निजी प्रकाशन की किताबें, कॉपियां,अन्य स्टेशनरी और यूनिफॉर्म बेच कर करोड़ों कमा लिए। स्कूलों ने बढे हुए CNG के दाम का हवाला दे कर पहले ही स्कूल बस की फीस काफी ज्यादा बढ़ा दिया है। विभिन्न स्कूलों से बच्चो के कोरोना से संक्रमित होने की खबरे भी लगातार आ रही है। ऐसे हालात में स्कूलों में हाइब्रिड मोड में पढाई की व्यवस्था की जानी चाहिए।
अभिभावक मनीष कुमार ने बताया कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण का अभी शुरुआत भी नहीं हुआ है, ऐसे में 12 साल से कम उम्र के बच्चो को स्कूल भेजना कोरोना को निमंत्रण देने जैसा ही है। स्कूल बसों में और स्कूल के क्लास में भी सोशल डिस्टैन्सिंग के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। ऊपर से निजी स्कूल अभिभावकों से फॉर्म भी भरवा रहे कि बच्चो को कोरोना संक्रमण होता है तो स्कूल की जिम्मेदारी नहीं रहेगी।
एनसीआर पेरेंट्स एसोसिएशन से विकास कटियार, सागर गुप्ता व सुमिल जलोटा ने कहा कि जल्दी ही ट्विटर कैंपेन चलाएंगे जिसमे योगी सरकार से फीस वृद्धि को वापिस करने के लिए अपील करेंगे।
जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि इस बारे में प्रदेश स्तर से ही कुछ हो सकता है, ज्ञापन के आधार पर चिट्ठी बना कर प्रेषित कर दिया जायेगा।