नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर खराब हुई बस तो 7 घंटे तक परेशान रहे वाहन चालक
सेक्टर-152 में सफीपुर अंडरपास के पास एक निजी यात्री बस सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक लावारिस जैसी स्थिति में खड़ी रही। बस का नंबर यूपी 43 एटी 0346 है और बस पर शिवानी सिंह ट्रैवल्स लिखा हुआ है। सात घंटे तक इस बस ने सड़क का एक बड़ा हिस्सा घेर लिया, जिससे सड़क संकरी हो गई। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड होने के कारण इस सड़क से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। बस के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। कई बार जाम लग गया या जाम जैसी स्थिति बन गई। इसकी जानकारी मिलने पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी पहुंचे। उन्होंने बस को सड़क के और किनारे लगवा दिया, जिससे यातायात सामान्य हो सका।
बस संचालक विरेंद्र प्रताप सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह बस दिल्ली से गोंडा चलती है। एकाएक इंजन में आई खराबी से बस को चलाना संभव नहीं हो सका। मैकेनिक बुलवाकर समस्या दूर की गई और फिर देर शाम बस वहां से हटा ली गई। ट्रैफिक इंस्पेक्टर आशुतोष ने बताया कि बस खराब होने के बाद वाहनों का दबाव बढ़ गया था। बस को साइड में करवाकर यातायात सामान्य करा दिया गया। बता दें कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर मरम्मत का काम चल रहा है। इसके चलते वाहन चालकों को रोजाना जाम से जूझना पड़ता है। ऐसे में बड़े वाहनों के इस तरह घंटों सड़क घेरकर खड़े हो जाने से समस्या और बढ़ जाती है।
वाहनों के खराब होने पर ये है नियम
डीसीपी गणेश साहा के अनुसार, सड़क पर वाहन खराब होने पर उसे किनारे लगवाया जाता है, जिससे जाम न लगे। अगर वाहन ठीक होने में लंबा समय लगने की आशंका होती है तो उसे क्रेन से उठाकर खाली स्थान पर ले जाया जाता है। कोशिश की जाती है कि वाहन जल्द से जल्द ठीक होकर गंतव्य की ओर रवाना हो जाए। अगर बेवजह कोई वाहन खड़ा कर चला गया तो वाहन मालिक की जानकारी जुटाकर कम से कम एक हजार रुपये का चालान किया जाता है।