डूरंड लाइन पर तालिबान और पाकिस्तान सैनिकों में संघर्ष, साल लोग घायल
पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच सीमा डूरंड लाइन पाकिस्तान और तालिबान के बीच तनाव का मुख्य कारण है. इसे लेकर दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण है. रविवार (21 नवंबर) को भी दोनों तरफ से गोलीबारी हुई, जिसमें पाकिस्तानी सीमा रक्षक की मौत हो गई और कई लोगों के घायल होने की भी खबर सामने आई है.
एक रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान के दक्षिण-पूर्वी पक्त्या प्रांत में सीमा के दोनों ओर से सैन्य बलों ने एक-दूसरे पर गोलियां चलाईं, जिसमें कई लोग हताहत हुए. पिछले साल काबुल पर कब्जे के बाद से डूरंड लाइन तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव की का मुख्य कारण बनी हुई है. अक्सर ही दोनों देशों के बीच इसके कारण हिंसक झड़प की खबर आती रहती हैं.
क्रॉसिंग को किया गया बंद
चमन-स्पिन बोल्डक क्रॉसिंग कंधार शहर अफगानिस्तान से लगभग 100 किमी दक्षिण-पूर्व और क्वेटा, पाकिस्तान से लगभग 100 किमी उत्तर-पश्चिम में है. इस झड़प के बाद परिणामस्वरूप क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया. इस क्रॉसिंग से लगातार लोग गुजरते हैं. ऐसे में झड़प के बीच इसे खोले रखना लोगों की जान को नुकसान पहुंचा सकता है.
पहले भी कई बार हो चुका है संघर्ष
तालिबान ने पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा कर लिया, जिससे अमेरिका समर्थित सरकार का पतन हो गया और वॉशिंगटन की सेना की वापसी में तेजी आई. इससे पहले 13 नवंबर को दक्षिणी स्पिन बोल्डक सीमा पर एक हथियारबंद शख्स ने एक पाकिस्तानी सैनिक की हत्या कर दी थी. इसके जवाब में पाकिस्तानी सरकार ने संदिग्ध को पाकिस्तान को सौंपने की मांग करते हुए अपनी सीमा बंद कर दी है.
डूरंड लाइन विवाद
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 2430 किमी लबी अन्तराष्ट्रीय सीमा का नाम डूरंड लाइन (Durand Line) है. यह रेखा पश्तून जनजातीय क्षेत्र से होकर दक्षिण में बलोचिस्तान से बीच से होकर गुजरती है. अफगानिस्तान के बहुसंख्यक पश्तून और तालिबान ने कभी भी डूरंड लाइन को आधिकारिक सीमा रेखा नहीं माना है. पाकिस्तान अफगानिस्तान सीमा के नजदीक रहने वाले पश्तूनों का आरोप है कि इस लाइन ने उनके घरों का बंटवारा कर दिया.