सौतेली मां ने अपने बच्चों संग मिलकर की बेटे की हत्या, मामा की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज - न्यूज़ इंडिया 9
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सौतेली मां ने अपने बच्चों संग मिलकर की बेटे की हत्या, मामा की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज

उत्तर प्रदेश। बिजनौर में जिला बजरंग दल गोरक्षा प्रमुख सतेंद्र उर्फ मोंटी बजरंगी (30) की गला काटकर हत्या कर दी गई। शव को दबाने के लिए कमरे में पांच फीट गहरा गड्ढा भी मिला है। मृतक के मामा भागेंद्र ने पिता बलराज, सौतेली मां मधुबाला, सौतेले भाई मानव उर्फ बंटू, सौतेली बहन शालू और बहनोई अनुज को नामजद किया है। पुलिस ने बंटू को गिरफ्तार कर लिया है।

किरतपुर थाना क्षेत्र के गांव गोविंदपुर में सतेंद्र उर्फ मोंटी के घर सुबह दूधिया पहुंचा। जहां मोंटी की सौतेली मां मधुबाला अर्द्ध बेहोशी की हालत में मिली। दूधिया ने घर में झांक कर देखा तो एक कमरे में मोंटी का शव चारपाई पर पड़ा दिखा। रक्त रंजित शव चादर से ढंका था। मृतक के एक पारिवारिक भाई ने गुलदार के हमले से मौत की सूचना लोगों को दी।

गांव ननपुरा से आए मोंटी के मामा भागेंद्र समेत अन्य रिश्तेदारों ने धारदार हथियारों का गहरा घाव देखा तो वे बिफर पड़े। काफी देर तक हंगामा हुआ। उन्होंने परिजनों पर ही हत्या का आरोप लगाया। एसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। एसपी अभिषेक झा ने बताया कि सत्येंद्र उर्फ मोंटी की हत्या जमीन के विवाद में की गई है। मृतक के मामा की तहरीर पर रिपोर्ट दर्जकर ली गई है। मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

घर के पास पड़े मिले नशे की गोली के खाली रेपर
मृतक मोंटी बजरंगी के घर के पास नशे की गोली के खाली रेपर पड़े हुए मिले हैं। उन्हें पुलिस की टीम ने जब्त किया है। इसके साथ ही घर में रखे हुए दूध व अन्य खाद्य पदार्थ का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है। एसपी सिटी के अनुसार सभी साक्ष्यों को जांच में शामिल किया जाएगा।

गड्डा एक दिन में नहीं बल्कि पिछले काफी दिनों से खोदा जा रहा था 
बिजनौर के किरतपुर के गांव गोविंदपुर में सतेंद्र उर्फ मोंटी हत्याकांड में पुलिस को घर के जिस कमरे में मोंटी का रक्त रंजित शव पड़ा मिला। वहीं बराबर के कमरे में करीब पांच फुट गहरा गड्ढा खोदा गया था। गड्ढे से निकली मिट्टी को देखकर माना जा रहा है कि यह गड्ढा एक दिन में नहीं बल्कि पिछले काफी दिनों से खोदा जा रहा था। पुलिस के अनुसार, इसी गड्ढे में मोंटी के शव को दबाने की योजना थी।

गड्ढे में उतरने के लिए बाकायदा एक रस्सी छत के कुंड में बांधकर नीचे लटकी मिली। जिससे गड्ढे में रस्सी के सहारे आसानी से उतरा जा सके। गड्ढा खोदने में निकली मिट्टी कमरे में ही चारों तरफ फैली हुई थी। मृतक के सौतेले भाई बंटू ने पुलिस पूछताछ में बताया कि एक तांत्रिक ने उनके घर में सोना चांदी दबे होने की बात कही थी। इसके लिए दो महीने से गड्ढा खोद रहे थे। लेकिन पुलिस इस बात को मानने को तैयार नहीं है।

मोंटी बजरंगी के पिता का है आपराधिक इतिहास
मोंटी बजरंगी सामाजिक क्रियाकलापों में सक्रिय हो गया था। उसके पिता बलराज आपराधिक प्रवृत्ति का रहा है। जिसके खिलाफ नौ मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें लूट, जानलेवा हमला, हत्या, बलवा और विद्युत अधिनियम आदि के मामले हैं।

हिंदू संगठनों ने जताया रोष 
मोंटी बजरंगी की हत्या के मामले में हिंदू संगठनों के पदाधिकारी एएसपी सिटी संजीव वाजपेयी से मिले। जिन्होंने हत्या का खुलासा जल्द करने की मांग उठाई। बताया मृतक धार्मिक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता था।

 अस्पताल में भर्ती हो गए सौतेली मां और पिता
घर में शव मिलने के बाद नाटकीय घटनाक्रम के बीच मृतक का पिता बलराज और सौतेली मां मधुबाला जिला अस्पताल में भर्ती हो गए। जिनका कहना था कि उन्हें किसी ने नशा दिया है। जिसके चलते उनकी बेहोशी नहीं टूट रही और चक्कर आ रहे हैं।

सौतेले भाई से पुलिस कर रही पूछताछ 
पुलिस ने तहरीर के आधार पर मृतक के सौतेले भाई मानव उर्फ बंटू पुत्र बलराज, मधुबाला पत्नी बलराज, सौतेली बहन शालू पत्नी अनुज, बहनोई अनुज निवासी रायपुर बेरीसाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं बंटू को पुलिस ने पकड़ लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।

मोंटी को जमीन नहीं देना चाहते थे 
मृतक के मामा भागेंद्र की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया कि उसकी बहन की शादी बलराज के संग हुई थी। सत्येंद्र उर्फ मोंटी के जन्म के बाद उसकी बहन की मौत हो गई। इसके बाद बलराज ने दूसरी शादी मधुबाला से कर ली। मधुबाला एक लड़की शालू को अपने साथ लेकर आई थी जबकि एक बेटा मानव उर्फ बंटू गोविंदपुर में ही पैदा हुआ। आरोप लगाया कि सत्येंद्र उर्फ मोंटी अपने हिस्से की जमीन मांग रहा था।

उसकी सौतेली मां मधुबाला, उसका सौतेला भाई मानव उर्फ बंटू, पिता बलराज, बहन शालू और बहनोई अनुज जमीन देने को तैयार नहीं थे। जमीन के बंटवारे में मोंटी के हिस्से में 10 बीघा जमीन मिलनी थी। जमीन देने के नाम पर घर में लड़ाई हुई थी। आरोप लगाया कि बलराज इस मामले में सतेंद्र का साथ भी नहीं देता था। जमीन के लालच में ही उसकी सौतेली मां ने सत्येंद्र की शादी नहीं होने दी थी।

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