पीएम नरेन्द्र मोदी बोले- लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट, तो अखिलेश यादव ने भी दिया जवाब
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर आज गोरखपुर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सपा पर वार किया तो मौजूद अखिलेश यादव ने भी पलटवार करने में देर नहीं लगाई। पीएम मोदी ने गोरखपुर में कहा कि ये लाल टोपी वाले रेड अलर्ट यानी यूपी के लिए खतरे की घंटी है। इसके जवाब में अखिलेश यादव ने कहा-भाजपा के लिए महंगाई और बेरोजगारी का रेड अलर्ट है। लाल का इंकलाब होगा। बाइस में बदलाव होगा।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, ‘भाजपा के लिए ‘रेड एलर्ट’ है महंगाई का, बेरोज़गारी-बेकारी का, किसान-मज़दूर की बदहाली का, हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीड़न का, बर्बाद शिक्षा, व्यापार व स्वास्थ्य का और ‘लाल टोपी’ का क्योंकि वो ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। लाल का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा!’
इसके पहले मेरठ में आज अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की संयुक्त रैली हुई। इस रैली में अखिलेश ने कहा कि अब यूपी से बीजेपी का सफाया होगा। आज का ये जनसैलाब और जोश बता रहा है कि इस बार पश्चिम में भारतीय जनता पार्टी का सूरज डूब जाएगा। और हमेशा के लिए डूबेगा। रैली में जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार बनेगी तो सबसे पहले मेरठ में किसानों के लिए एक स्मारक हम बनाएंगे। जिससे शहीद किसानों की कुर्बानी याद रखी जाए। जयंत ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर तीखे हमले बोले। कहा कि योगी औरंगजेब पर बात शुरू करते हैं और अंत में पलायन पर आ जाते हैं। पेपर दिला नहीं पाते। मजबूर होकर नौजवान दूसरे प्रदेश जाकर नौकरी ढूंढते हैं, योगी जी को ये पलायन नहीं दिखता। बाबा जी को गु्स्सा भी बहुत आता है। कभी मु्स्कराते नहीं हैं। 2022 में बाबा जी को इतना फ्री कर देंगे कि गोरखपुर में बछड़ों के साथ खेलें। उन्होंने कहा कि आजकल राजनीति में एक शब्द का प्रयोग बहुत होता है फायरब्रांड नेता… लेकिन ये फायरब्रांड नहीं हैं। एक साल किसानों का अपमान हुआ लेकिन भाजपा के किसी भी नेता की एक शब्द भी बोलने की हिम्मत नहीं हुई। ये फायरब्रांड कैसे हुए।
अखिलेश-जयंत की मेरठ रैली के समय पर ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गोरखपुर में सभा कर रहे थे। इसके पहले उन्होंने खाद कारखाने, एम्स और आईसीएमआर रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं कुल 9600 करोड़ की हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब है। जनता के दु:ख-तकलीफ से उनका कोई लेना-देना नहीं। उन्हें सत्ता चाहिए घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए। लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, उन्हें जेल से छुड़ाने के लिए इसलिए याद रखिये कि लाल टोपी वाले ‘यूपी के लिए रेड अलर्ट’ हैं, यानी ‘खतरे की घंटी’ हैं। गौरतलब है कि लाल टोपी, समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं की पहचान है। पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने डा. राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण के आदर्शों और अनुशासन को कब का छोड़ दिया है।