मध्य प्रदेश। उमरिया में शासकीय कर्मचारी के फोन को चोरी कर उनके खाते से लगभग पांच लाख रुपये निकालने वाले आरोपी को आखिरकार साइबर सेल की मदद से उमरिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, यह कम ही होता है जब पुलिस तत्परता दिखाती है और तत्काल ही उनके पैसों को रिकवर भी करा ले। बहरहाल, आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।
दरअसल, यह पूरा मामला उमरिया का है। जहां 18.09.2024 को फरियादी शिवकुमार सिंह निवासी सिंगलटोल द्वारा थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि फरियादी मुख्य अभियंता कार्यालय में सहायक ग्रेड-3 के पद पर कार्यरत है। 10.09.2024 को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फरियादी का सैमसंग कंपनी का फोन चोरी कर लिया गया एवं आवेदक के फोन में लगी बैंक खाते से रजिस्टर्ड सिम का उपयोग करते हुए खाते से चार लाख 82 हजार रुपये की धोखाधड़ी कर ली गई।
फरियादी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 473/24 धारा 303 (2), 318 (4), 336 (3) BNS कायम कर विवेचना में लिया गया। साइबर सेल उमरिया द्वारा आवेदक के खाता स्टेटमेंट की जानकारी प्राप्त कर बारीकी से अवलोकन किया गया। आवेदक के खाते से स्थानांतरित की गई राशि से संबंधित लाभार्थियों की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हुए आरोपी की पहचान किए जाने के प्रयास किए गए।
साइबर सेल द्वारा किए गए प्रयासों के परिणाम स्वरूप आरोपी की पहचान घनश्याम काछी उम्र 29 साल निवासी ग्राम चंदवार जिला उमरिया की गई, जिस पर थाना कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इस पर आरोपी द्वारा उक्त कृत्य करना स्वीकार किया गया। आरोपी के पास से चोरी गया मोबाइल जब्त कर मामले में तीन लाख 60 हजार रुपये त्वरित रिकवर किए गए हैं। मामले में अग्रिम विवेचना जारी है। आरोपी को न्यायालय समक्ष पेश किया गया, जिस पर न्यायालय द्वारा न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
कार्रवाई में इनकी रही सराहनीय भूमिका
पुलिस अधीक्षक उमरिया निवेदिता नायडू द्वारा साइबर अपराधों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश के पालन में उक्त कार्रवाई में थाना कोतवाली से थाना प्रभारी कोतवाली उनि बालेन्द्र शर्मा, सउनि अमर सिंह, प्रआर दिलीप गुप्ता एवं साइबर सेल उमरिया से संदीप सिंह की सराहनीय भूमिका रही है। वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों को दृष्टिगत एवं संबंधित केस को ध्यान में रखते हुए उमरिया पुलिस आमजन से अपील करती है, स्मार्टफोन के खो जाने पर सर्वप्रथम अपने खाते से रजिस्टर्ड नंबर को नजदीकी सिम रिटेलर के माध्यम से वापस निकलवा लें अन्यथा किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने की प्रबल संभावना बनी रहती है। जागरुकता ही साइबर अपराधों से सर्वश्रेष्ठ बचाव है।