PM Modi आज करेंगे ‘मन की बात’, खास वजह से एक हफ्ते पहले प्रसारित होगा कार्यक्रम
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) परम्पराओं को तोड़ने के लिए जाने जाते हैं. वह एक बार फिर ऐसा करने जा रहे हैं. दरअसल पीएम मोदी मासिक प्रसारित होने वाल मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम की परम्परा को तोड़ने जा रहे हैं. इस बार पीएम मोदी का ‘मन की बात’ कार्यक्रम अपने तय समय से पहले प्रसारित होने वाला है. कार्यक्रम का 102वां भाग आज यानि 18 जून को सुबह 11 बजे आएगा. इस बार 25 जून आखिरी रविवार पड़ रहा है. इस दौरान पीएम मोदी अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे. इसलिए मन की बात का प्रसारण इस बार एक हफ्ते पहले होगा
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो कार्यक्रम सुबह 11 बजे प्रसारित होगा. इस बीच पीएम मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ने हाल ही में अपने 100वें एपिसोड को पूरा किया, जो 26 अप्रैल को देश भर में प्रसारित किया गया था. ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें संस्करण का 30 अप्रैल को वैश्विक प्रसारण हुआ. इस कार्यक्रम का न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सीधा प्रसारण भी किया गया था.
गौरतलब हो कि 3 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ यह कार्यक्रम महिलाओं, युवाओं और किसानों जैसे कई सामाजिक समूहों को संबोधित करते हुए सरकार के नागरिक-पहुंच कार्यक्रम का एक प्रमुख स्तंभ बन गया है और इसने सामुदायिक कार्रवाई को बढ़ावा दिया है. प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए दुनिया की ऐसी शख्सियतों को खोजा, जिन्होंने अपने क्षेत्र में विशेष योगदान दिया, लेकिन उनके योगदान का पता नहीं चला. आज समाज में ऐसे लोगों को लोग सिर्फ जानते नहीं हैं बल्कि उनसे प्रेरणा लेकर आगे भी बढ़ रहे हैं.
इसके अलावा पीएम मोदी ने मन की बात में जलवायु परिवर्तन, कृषि, कला, संस्कृति और स्वास्थ्य सभी विषयों को शामिल किया और अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में हर बार समाज के सामने कुछ नया पेश किया ताकि समाज को उसकी जानकारी मिल सके. इसका मकसद देश को एक सूत्र में बांधना और सबको साथ लेकर विकास करना है. 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा, ‘मन की बात’ फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित की जाती है. मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों द्वारा किया गया.
अध्ययन से पता चला है कि 100 करोड़ से अधिक लोग कम से कम एक बार ‘मन की बात’ से जुड़ चुके हैं. कार्यक्रम का दूरदर्शन द्वारा देश भर के राजभवनों में सीधा प्रसारण किया गया. प्रधानमंत्री ने उसी दिन नए संसद भवन को भी राष्ट्र को समर्पित किया. उद्घाटन से पहले, पीएम ने निर्माण श्रमिकों को पारंपरिक शॉल से सम्मानित किया और स्मृति चिन्ह सौंपे. नए संसद भवन में ‘सर्व-धर्म’ प्रार्थना आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न धर्मों के पुजारियों ने पारंपरिक छंदों का पाठ किया. पूजा करने के बाद पीएम मोदी ने स्पीकर की कुर्सी के ठीक बगल में नए लोकसभा कक्ष में पवित्र ‘सेंगोल’ स्थापित किया.