पाकिस्तान में 30 रुपये महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल, जानें एक लीटर तेल की कीमत
पाकिस्तान में चल रही सियासी बवाल के बीच पेट्रोल-डीजल के दाम में बड़ी बढ़ोतरी हुई है. पाकिस्तान सरकार ने महंगाई बम फोड़ते हुए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 30 रुपये (पाकिस्तानी रुपये) प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है. कीमत आधी रात से लागू हो गई. इसके बाद इस्लामाबाद में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 179.86 और डीजल की कीमत 174.15 रुपये पर पहुंच गई है. इसके अलावा, केरोसीन तेल पर भी 30 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद इसकी कीमत 155.56 रुपये हो गई है.
पाक सरकार को घेर भारत की खान ने की प्रशंसा
पाकिस्तान में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर हुई बढ़ोतरी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने मौजूदा सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कई ट्वीट्स कर पाकिस्तानी सरकार पर निशाना साधा तो भारत की प्रशंसा भी की. खान ने ट्विटर पर ईंधन की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के बारे में लिखा, ”देश पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 20% / 30 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी के साथ विदेशी आकाओं के सामने आयातित सरकार की अधीनता के लिए कीमत चुकाना शुरू कर रहा है. इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी वृद्ध है. रूस से 30 फीसदी सस्ते तेल के लिए अक्षम और असंवेदनशील सरकार ने हमारे सौदे को आगे नहीं बढ़ाया है.”
रूस से तेल खरीदने के लिए भारत की रणनीति की सराहना करते हुए इमरान खान ने लिखा, “इसके विपरीत, भारत, अमेरिका का जोकि रणनीतिक सहयोगी है, वह रूस से सस्ता तेल खरीदकर ईंधन की कीमतों में पीकेआर 25 प्रति लीटर की कमी करने में कामयाब रहा है. अब हमारे देश को एक और भारी नुकसान होगा.”
वित्त मंत्री इस्माइल ने की घोषणा
पाकिस्तानी वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने गुरुवार को घोषणा की कि सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 30 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. यह बढ़ोतरी आज आधी रात से लागू होगी. वित्त मंत्री ने इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की और बताया कि यह निर्णय अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कार्यक्रम के पुनरुद्धार को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया था. इस्माइल ने आगे कहा कि सरकार के पास कीमतें बढ़ाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है और नई कीमत के तहत भी डीजल पर हमें अब भी 56 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है.
पाक में सत्ता परिवर्तन के बाद हालात बिगड़े
वहीं, पाकिस्तान में पिछले दिनों हुए सत्ता परिवर्तन के बाद अब हालात सुधरने की जगह और ज्यादा बिगड़ गए हैं. इमरान खान के आजादी मार्च को रोकने के लिए पाकिस्तानी सरकार ने रेड जोन में सेना की तैनाती कर दी. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों में भी झड़प हुई. इमरान के समर्थकों ने एक मेट्रो स्टेशन को भी आग के हवाले कर दिया. इसके अलावा, पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ती जा रही है. पड़ोसी देश दिवालिया होने की तरफ बढ़ रहा है. पाक का विदेशी मुद्रा भंडार कुछ महीनों में तेजी से गिरा है.