फिटनेस न कराने वाले स्कूल वाहनों का निरस्त होगा परमिट, स्कूलों को 15 दिनों का मिलेगा नोटिस
उत्तर प्रदेश के सभी स्कूल वाहनों का 15 दिन के भीतर फिटनेस टेस्ट कराना होगा। फिटनेस टेस्ट न कराने पर संबंधित वाहन का परमिट निरस्त कर दिया जाएगा। ये आदेश परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने मंगलवार को समीक्षा बैठक के दौरान दिए। उन्होंने पंजीयन में खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को सुधार की चेतावनी दी और कहा कि परिवहन निगम की अनुबंधित बसों की संख्या 50 फीसदी तक बढ़ाई जाए।
उन्होंने नागरिक सेवाओं से जुड़े लंबित मामलों को सात कार्यदिवस में निपटाने के निर्देश देते हुए कहा अधिकारी अनावश्यक आपत्ति लगाने से बाज आएं। श्री सिंह ने नागरिक सेवाओं से जुड़ी ज्यादा से ज्यादा सेवाओं को ऑनलाइन करने के निर्देश दिए और पंजीयन से संबंधित मुद्दे पर विभागीय अधिकारियों से ली। उन्होंने खराब प्रदर्शन करने वाले सभी अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगली बैठक तक प्रदर्शन सुधार लें अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आरटीओ कार्यालय में बाहरी व्यक्तियों के हस्तक्षेप की शिकायतें बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
परिवहन मंत्री ने परमानेंट डीएल बनवाने की प्रक्रिया को और आसान करने की दिशा में काम करने के निर्देश दिए और कहा कि ओवरलोड और डग्गामारी के खिलाफ चेकिंग अभियान जारी रखें। गलत नंबर लगाकर या नंबरों को छुपाकर गाड़ियों को चलाने की शिकायतों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सड़क पर कॉमर्शियल वाहन खड़े होकर यातायात बाधित कर देते हैं। यातायात विभाग से सहयोग प्राप्त कर परिवहन विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि वाणिज्यिक वाहन सड़क पर न खड़े हों।
परिवहन मंत्री ने अनुबंधित बसों की संख्या को 50% तक बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार करने के निर्देश भी दिए और कहा कि जो भी बसें अनुबंधित की जाएंगी उनकी गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। बस अड्डों का विकास पीपीपी मॉडल पर करने संबंधी योजना भी तैयार की जाए। बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन वेकेंटेश्वर, चेयरमैन परिवहन निगम राजेन्द्र तिवारी, परिवहन आयुक्त धीरज साहू, एमडी आरपी सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।