गैर लाभकारी संगठन का दावा, तेल-गैस उत्पादन में निकलती है आंकड़ों से तीन गुनी ज्यादा जहरीली गैस
नयी दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन (सीओपी27) में बुधवार को जारी किए गए नए आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में तेल और गैस उत्पादन से होने वाला उत्सर्जन बताए गए आंकड़ों से तीन गुना अधिक होने का अनुमान है।
हरित गैसों के उत्सर्जन और उपग्रह के आंकड़ों, कृत्रिम मेधा व मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर उत्सर्जन की सूची प्रकाशित करने वाले संगठनों के गैर लाभकारी गठबंधन – क्लाइमेट ट्रेस ने कहा कि दुनिया भर में उत्सर्जन के 50 सबसे बड़े स्रोतों में से आधे तेल और गैस उत्पादन क्षेत्र और उनकी संबद्ध सुविधाएं हैं।
‘क्लाइमेट ट्रेस’ ने कहा, “वैश्विक स्तर पर, तेल और गैस उत्पादन से होने वाले उत्सर्जन को कम दर्शाया जाता है, आंकड़ों से पता चलता है कि देशों को नियमित रूप से यूएनएफसीसीसी को को जानकारी देने की जरूरत है, उत्सर्जन तीन गुना अधिक है।”
नवीनतम वैश्विक उत्सर्जन सूची में दिखाया गया है कि दुनिया में उत्सर्जन के शीर्ष 14 स्रोत तेल और गैस क्षेत्र हैं, टेक्सास में पर्मियन घाटी के साथ, अमेरिका सबसे बड़ा उत्सर्जक है।
क्लाइमेट ट्रेस के मुताबिक, “शीर्ष 500 स्रोत क्लाइमेट ट्रेस की कुल सूची के एक प्रतिशत से भी कम का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन अमेरिका के वार्षिक उत्सर्जन की तुलना में 2021 के लिए वैश्विक उत्सर्जन का 14 प्रतिशत अधिक है। उनमें से 51 प्रतिशत उत्सर्जन बिजली संयंत्रों से होता है।”
इसके मुताबिक 79 प्रतिशत उत्सर्जन उन देशों से होता है जिन्होंने शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य निर्धारित किया है।